अंजनी राय
ऐसे में सूचना के बाद जिले के कोने-कोने से सर्जरी वाले मरीज सुबह ही पहुंच गए। इस दौरान जब वह अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों के बारे में कुछ भी पता नहीं चला। दिव्यांग मरीजों के परिजन इधर से उधर घूम कर चिकित्सकों के बारे में पूछते रहे लेकिन कहीं से जानकारी नहीं मिली। हालात थे कि थक-हार कर मरीज अस्पताल परिसर में बैठे रहे पर कोई उनको पूछने वाला तक नहीं था। स्थिति रही कि दोपहर तक जिला विकलांग जन विकास विभाग से भी कोई नहीं पहुंच सका था। ऐसे में दिव्यांग मरीज पूरे दिन हलकान होते रहे लेकिन उनको कहीं से राहत नहीं मिली। अस्पताल के लोग भी इनमें कोई रुचि नहीं ले रहे थे जिससे करीब 50 के संख्या में पहुंचे मरीज भूखे-प्यासे पूरे दिन चिकित्सकों की राह ताकते रह गए। मानवता को तार-तार करने वाले इस तरह के कृत्य को लेकर अस्पताल में आने वाले अन्य लोग भी अस्पताल प्रशासन व विकलांग विभाग को कोसते रहे।
तारिक़ आज़मी डेस्क: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक साक्षात्कार अचानक सुर्खियों में…
तारिक़ खान डेस्क: एक शक इंसान की ज़िन्दगी ही नहीं बल्कि पुरे परिवार को बर्बाद…
शहनवाज़ अहमद डेस्क: गाजीपुर में चुनावी बिगुल फुक चूका है। अंसारी परिवार का गढ़ माने…
मो0 कुमेल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी के 'बुलडोज़र' वाले बयान पर…
ईदुल अमीन डेस्क: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा…
आफताब फारुकी डेस्क: दिल्ली के शास्त्री पार्क में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए…