झांसी डीआरएम में काम करने वाले कंट्रोलर की पत्नियों ने एसके शुक्ला के खिलाफ खोला मोर्चा।

राजू आबदी
झांसी : डीआरएम ऑफिस, झाँसी में आज सीनियर डीओएम को हटाने की मांग को लेकर कन्ट्रोलर की पत्नियों ने धरना  प्रदर्शन किया। डीओएम के पुतले पर चप्पलों पर माला पहनाकर महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की।गौरतलब है कि आठ फरवरी को डीआरएम परिसर, झाँसी में कार्यात मुख्य कन्ट्रोलर को मानसिक दवाब के चलते दिल का दौरा पड़ गया था। कंट्रोलर की पत्नी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि घटना के एक दिन पहले डीओएम ने उन्हें बुरी तरह डांटते हुए अपमानित किया था। अपमानित होने के कारण चीफ कंट्रोलर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी थी।  जिसके बाद कंट्रोल की पत्नी ने  डीआरएम ऑफिस  परिसर में  कंट्रोलर का शव रखकर प्रदर्शन किया था। मौके की नजाकत को देखते हुए  कंट्रोलर की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कराया था।

तभी से मृतक की पत्नी व बच्चों और साथी कर्मचारियों ने सीनियर डीओएम के खिलाफ निलबंन करने की मांग करते हुए गिरफ्तारी की मांग की थी। उनका कहना है कि आश्वासन के बाद लगभग 15 दिन बीतने को है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।कार्यवाही करना तो दूर उस अधिकारी एसके शुक्ला को फिर से सोमवार को ज्वाइनिंग कराई जा रही थी। जैसे ही इसकी जानकारी मृतक के परिजनों को हुई तो वह डीआरएम कार्यालय आ गई और उन्होंने यहां धरना प्रदर्शन करते हुये सीनियर डीओएम एसके शुक्ला के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की।
डी आर एम ऑफिस में काम करने वाले अन्य कंट्रोलों की पत्नियों ने भी एसके शुक्ला को झाँसी से कहीं और तबादला करने की मांग की।  जिसको लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों में बहस हो गई। जिस पर एक अधिकारी ने धरना दे रहे सभी कर्मचारियों को निलंबित करने की धमकी दे डाली। जिससे कर्मचारियों में और आक्रोश पैदा हो गया।  महिलाओं ने बताया कि अगर अगले 7 दिन के अंदर कोई कारवाई नहीं होती है तो वह बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए तैयार हैं। 
दरअसल झांसी रेलवे पिछले 1 साल में कई बड़े और गंभीर विवादों से घिरा रहा है। अधिकारियों की मनमानी और उनके द्वारा कर्मचारियों के उत्पीड़न के चलते रेलवे कर्मचारी अपनी आवाज को उठाने के लिए आक्रोशित होते रहे हैं। अभी हाल ही में रेलवे अस्पताल मैं भी तीन महिला चिकित्सकों  के साथ हॉस्पिटल के सीएम्एस के द्वारा अभद्र व्यवहार  और उत्पीड़न का मामला प्रकाश में आया था। जिसको डीआरएम ऑफिस के सीनियर अधिकारियों ने दबाने के लिए तीनो महिला चिकित्सकों को कार्यवाही की टॉफी पकड़ा कर दबाने की कोशिश की थी। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने कर्मचारियों का खुले आम शोषण और अभद्र व्यवहार किया जा रहा है 

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