Categories: Crime

प्रतिबंधित स्थल इलाइट पर लगी अवैध हॉर्डिंग को नगर निगम ने हटाया

राजू आबदी

झांसी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के तहत नगर निगम ने झांसी में लगी अवैध प्रतिबंधित स्थल इलाइट पर लगी अवैध को नगर निगम हटाया झांसी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के तहत नगर निगम ने झांसी में लगी अवैध हॉर्डिंग को हटा दिया था। बावजूद इसके कुछ एडवरटाइजिंग एजेंसियों नियम को ताक पर रखकर प्रतिबंधित क्षेत्रों में हॉर्डिंग लगाने से बाज नहीं आ रही है।

आज नगर निगम ने ऐसी ही इलाईट चौराहे   पर लगी होर्डिंग को जब किया। मौके पर पहुंची नगर निगम के संपत्ति अधिकारी केशव सिंह ने बताया कि फ्लेक्स पर किसी एजेंसी का नाम नहीं है इसलिए यह बताना मुश्किल है कि यह होर्डिंग किस एजेंसी द्वारा लगाई गई है।

गौरतलब है कि झांसी में विज्ञापन एजेंसियों द्वारा खुलेआम अवैध होर्डिंग लगाने का सिलसिला लगातार जारी है ऐसा नहीं है कि इन मामलों की जानकारी नगर निगम और नगर निगम के अधिकारियों को नहीं है दरअसल नगर निगम और नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से ही विज्ञापन एजेंसियां झा राज्य सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रही हैं वहीं नगर निगम के अधिकारी भ्रष्टाचार को भी खुले तौर पर बढ़ावा दे रहे हैं ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों झांसी में होने वाले मतदान के तीन से चार दिन पहले भी दिखा था जहां मिडास नाम की कंपनी ने प्रतिबंधित क्षेत्र कचहरी चौराहे पर अवैध रूप से होने लगा हिंदी जिस पर नगर निगम द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की इस मामले से स्पष्ट रूप से प्रतीत होता है कि नगर निगम के अधिकारी और विज्ञापन एजेंसियां किस तरह से नियमों को ताक पर रखकर कमाई करने में मशगूल हैं। को हटा दिया था। बावजूद इसके कुछ एडवरटाइजिंग एजेंसियों नियम को ताक पर रखकर प्रतिबंधित क्षेत्रों में हॉर्डिंग लगाने से बाज नहीं आ रही है। आज नगर निगम ने ऐसी ही इलाईट चौराहे   पर लगी होर्डिंग को जब किया।   मौके पर पहुंची नगर निगम के संपत्ति अधिकारी केशव सिंह ने बताया कि फ्लेक्स पर किसी एजेंसी का नाम नहीं है इसलिए यह बताना मुश्किल है कि यह होर्डिंग किस एजेंसी द्वारा लगाई गई है।
गौरतलब है कि झांसी में विज्ञापन एजेंसियों द्वारा खुलेआम अवैध होर्डिंग लगाने का सिलसिला लगातार जारी है ऐसा नहीं है कि इन मामलों की जानकारी नगर निगम और नगर निगम के अधिकारियों को नहीं है दरअसल नगर निगम और नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से ही विज्ञापन एजेंसियां झा राज्य सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रही हैं वहीं नगर निगम के अधिकारी भ्रष्टाचार को भी खुले तौर पर बढ़ावा दे रहे हैं ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों झांसी में होने वाले मतदान के तीन से चार दिन पहले भी दिखा था जहां मिडास नाम की कंपनी ने प्रतिबंधित क्षेत्र कचहरी चौराहे पर अवैध रूप से होने लगा हिंदी जिस पर नगर निगम द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की इस मामले से स्पष्ट रूप से प्रतीत होता है कि नगर निगम के अधिकारी और विज्ञापन एजेंसियां किस तरह से नियमों को ताक पर रखकर कमाई करने में मशगूल हैं।
pnn24.in

Recent Posts

एसआईटी ने जारी किया प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट नोटिस

आफताब फारुकी डेस्क: जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के ख़िलाफ़ कर्नाटक सरकार की विशेष जांच टीम…

8 hours ago