स्वेडन के विदेश मंत्रालय के तहत काम करने वाले अध्ययन केन्द्र ने एक सूची तैयार की है जो नफ़रत फैलाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर बैन कर दिया है। प्रतिबंधित लोगों में कुछ सांसद और पत्रकार भी शामिल हैं। इस अध्ययन केन्द्र ने अपनी वेबसाइट पर सूचना दी है कि जो लोग महिलाओं, शरणार्थियों और समलैंगिकों के विरुद्ध नफ़रत फैलाते थे उन्हें ब्लैक लिस्ट में शामिल कर दिया गया है। इस्राईल के राजदूत को स्वेडन के विदेश मंत्रालय के इस क़दम पर बड़ा ग़ुस्सा आया है।
शफी उस्मानी डेस्क: पीएम मोदी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में रमज़ान के दौरान…
शफी उस्मानी डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है…
आदिल अहमद डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि केंद्र की…
आफताब फारुकी डेस्क: नेपाल ने कुछ भारतीय ब्रांड्स के मसालों की गुणवत्ता पर सवाल उठने…
मो0 शरीफ कानपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली में शुक्रवार को रैली की।…
अनिल कुमार पटना: बिहार के अररिया जिले में जीजा और साली का प्रेम ऐसा परवान…