फारूख हुसैन
कार्यालय पर आने वाले विवेक, रेनू, मुन्नी बानो आदि पीड़ितों से वार्ता करने पर उन्होंने बताया कि काफी दिनों से उनके परिजनों से विवाद चल रहा था जिसके सम्बन्ध में वह लोग समस्या समाधान हेतु कार्यालय पर आये थे जहाँ राजीव शुक्ला के दिशानिर्देशन विद्वान अधिवक्तागणों ने पक्ष विपक्ष के साथ संवाद कर आपसी समझौते के आधार पर कुछ समस्याओं का मौके पर ही समाधान करवा दिया जबकि विधिक जटिलताओं में उलझे मामलों में पक्षकारों को निःशुल्क कानूनी सहायता दिलाने हेतु वकलतनामों पर हस्ताक्षर करवाये गए। अपने अभियान के सम्बंध में अधिवक्ता राजीव शुक्ला ने बताया कि घरेलू हिंसा को लेकर महिलाओं व बुजुर्गों को भटकते देख मन द्रवित होता था की आर्थिक एवं शैक्षिक आभाववश हमारी माताएं बहने बुजुर्गवार कोतवाली व तहसील के चक्कर लगाते हैं सभी क्षेत्र वासियों को कानूनी समस्याओं से मुक्ति दिलाने एवं उनके सामान्य जीवन को उत्कृष्ट बनाने के उद्देश्य से निशुल्क विधिक सेवा कार्यक्रम का आरम्भ किया गया है।
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