बाँदा – महिला सिपाही की मौत बनी गुत्थी, हत्या या आत्महत्या में उलझी पुलिस, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

जितेद दिवेदी

बॉदा. यूपी के बांदा जिले के कमासिन थाने में तैनात महिला कांस्टेबल नीतू शुक्ला की मौत मामले में नया मोड़ आ गया है. महिला सिपाही के भाई और सब इंस्पेक्टर पिता ने शरीर मे कई जगह ताजे घाव के निशान का हवाला देते हुए हत्या कर शव पंखे से लटकाने का आरोप लगाया है.

इस मामले में एसपी ने थानाध्यक्ष की लापरवाही मानते हुए पुलिस स्टेशन इंचार्ज प्रतिमा सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है.बता दें कमसिन थाना परिसर में मंगलवार रात महिला सिपाही नीतू शुक्ला का शव उसके ही आवास पर फांसी से लटकता मिला था. घटना की हत्या या आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने शव को दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम गया. इसके अलावा मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली गई है.

एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सदर को जांच अधिकारी बनाया है.एसपी एस आनंद के अनुसार हत्या है या आत्महत्या ये पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ हो जाएगा. इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है. वहीं मामले में लापरवाही मानते हुए स्टेशन इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है.गौरतलब है कि 2016 पुलिस बैच की नीतू शुक्ला (25) मूल रूप से कौशाम्बी जिले की रहने वाली है. पिछले साल ही उसे कमासिन थाने में तैनाती मिली थी. वह यहां थाना परिसर में ही बने सरकारी आवास में तीन अन्य महिला सिपाहियों के साथ रह रही थी. रूम पार्टनर सिपाही नेहा ने बताया कि एक दिन पहले ही हम सब ने जन्माष्टमी का व्रत रखा था. कल शाम जिस समय यह घटना घटी मृतका कमरे में अकेले थी और थाने में क्राइम मीटिंग चल रही थी. नीतू के पिता भी यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर हरदोई जिले में तैनात हैं.

पिता अनिल शुक्ला कहते हैं कि उनकी बेटी की हत्या की गई है. उसने उन्हें फोन किया था तो डरी सहमी सी बात कर रही थी. उन्होंने कहा कि सोमवार को भी बात हुई, इसके बाद मंगलवार सुबह भी बात हुई थी. इस दौरान उन्होंने पूछा भी था कि क्यों घबड़ाई हुई लग रही हो, इस पर उसने कहा कि कुछ नहीं ठीक हूं. उन्होंने कहा कि हाथ में चोट है, गले में खरोंच के निशान हैं.भाई राघवेंद्र शुक्ला ने कहते हैं कि कहा जा रहा है कि फांसी लगाई है. लेकिन जो सभी साक्ष्य मिल रहे हैं, उससे फांसी साबित नहीं हो रही है. उसकी ठड्डी पर चोट का निशान है. उसके बाएं हाथ पर भी चोट के निशान हैं. बाल, चेहरे पर दलिया पाई गई है. इसके अलावा जिस जगह फांसी लगी है, उसके ठीक बगल में तख्त रखे हैं, जिस पर आसानी से पैर रखकर जान बचाई जा सकती है. राघवेंद्र कहते हैं कि उसकी हत्या की गई है. मंगलवार को उससे बात हुई थी इसमें वह थोड़ा परेशान लग रही थी.

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