निजी स्कूल की बिल्डिंगों की हालत जर्जर इमारत गिरी, शासन प्रशासन को है बड़े हादसे का इंतजार

सरताज खान

गाजियाबाद। लोनी रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण क्षेत्र में इमारतों का गिरना लगातार जारी है। इस कड़ी में बुधवार शाम जहां रामपार्क कॉलोनी में स्थित एक स्कूल की बिल्डिंग गिर गई वही दूसरी ओर एक और अन्य मकान का छज्जा गिर गया है। गमीनत यह रही कि घटनाओं के दौरान कोई अप्रिय घटना होने से टल गई। सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल की दरार आई शेष बची बिल्डिंग को भी गिरवा दिया है।

नगर पालिका क्षेत्र की रामपार्क कॉलोनी में रहने वाले मोनू भारद्वाज वहां लॉर्ड कृष्णा कान्वेंट नामक एक स्कूल का संचालन करते हैं। पिछले कई दिनों से लगातार रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण स्कूल की बिल्डिंग में दरार आ गई थी। यही कारण था कि बुधवार शाम तीन स्कूल की तीन मंजिला इमारत का एक भाग अचानक भरभराकर गिर गया।

लोगों ने स्कूल बिल्डिंग का पहले से कमजोर होने का लगाया आरोप

स्कूल की बिल्डिंग गिरने की आवाज सुनकर कॉलोनी के सैकड़ों लोग दौड़कर मौके पर पहुंच गए। जिनके बीच एक ही चर्चा थी कि स्कूल की बिल्डिंग गिरने का हादसा यदि दिन के समय हो जाता तो वहां पढ़ने आने वाले बच्चों की जान को खतरा हो सकता था। लोगों का आरोप था कि यह स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का ही नतीजा है उन्होंने स्कूल की बिल्डिंग काफी पुरानी होने व उसमें पहले से आई हुई दरारों की मरम्मत नहीं कराई। हालांकि स्कूल प्रबंधक ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि वह स्कूल के उक्त कमजोर हिस्से के पुनः निर्माण की योजना बना रहा था।

अधिकारियों ने शेष बचे कमजोर हिस्से को कराया ध्वस्त

सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना करने के बाद स्कूल के शेष भाग में दरार आई हुई देख सुरक्षा के मद्देनजर जेसीबी मशीन की मदद से उसके दरार आए शेष बचे हिस्से को भी ध्वस्त करा दिया।

लोगों ने अधिकारियों पर लगाए आरोप

स्कूल की बिल्डिंग गिरने के 3 घंटे बाद पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी व उपजिलाधिकारी को देख लोगों में रोष देखने को मिला। जिनका आरोप था कि प्रशासन कमजोर मकानों को चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही करते हुए उन्हें स्वयं गिराने की बात कर रहा है लेकिन यह सब हवा में हो रहा है। वह ऐसे मकानों को ध्वस्त करने या उनमें रहने वाले लोगों को रहने की सुविधा कराने के अपने दावों को अमली जामा पहनाने की बजाए कागजों में ही इसकी खानापूर्ति करने में लगा है। जिसकी कार्यप्रणाली का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह पहले से जर्जर स्कूल की बिल्डिंग के बारे में जानकारी करना तो दूर, उसके गिर जाने की सूचना मिल जाने पर भी 3 घंटे बाद मौके पर पहुंचे हैं।

उपरोक्त के अलावा दूसरी घटना आर्य नगर कॉलोनी की है जहां मंडावली दिल्ली में रहने वाले महिपाल सिंह द्वारा बनाए गए मकान व चार दुकानों को रंजीत पुत्र किशन ने किराए पर ले रखा है। बुधवार शाम लगभग 6 बजे उक्त दुकानों के ऊपर का लेंटर अचानक भरभराकर नीचे आ गिरा। हालांकि इस दौरान उसके आस-पास किसी के नही होने से कोई बड़ी अप्रिय घटना होने से टल गई।

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