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मामला सुप्रीम कोर्ट में है तभी तो, सुप्रीम कोर्ट भी हमारा है, न्यायपालिका हमारी है – भाजपा मंत्री मुकुट बिहारी

  • ‘सुप्रीम कोर्ट में है तभी तो। सुप्रीम कोर्ट भी तो हमारा ही है ना, सुप्रीम कोर्ट भी हमारा है। न्यायपालिका भी हमारी है। विधान पालिका भी हमारी है। ये देश भी हमारा है। मंदिर भी हमारा है।’  – मुकुट बिहारी

आफताब फारुकी

लखनऊ. भाजपा के नेताओ और योगी के मंत्रियो की ज़बान कंट्रोल से बाहर हो जाती है यह अक्सर देखा गया है. मगर अब ज़बान जब अधिक ज्यादा चलने लगे तो दिक्कत हो जाती है. ऐसा ही कुछ हुआ आज योगी सरकार में मंत्री मुकुट बिहारी के साथ. पत्रकारो द्वारा राम मंदिर निर्माण के सवाल पर जवाब देते हुवे उन्होंने दावे के साथ कहा कि राम मंदिर बनेगा और वही बनेगा. इसी बीच एक पत्रकार ने याद दिलवा दिया कि मामला तो सुप्रीम कोर्ट में है  फिर क्या था प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी ने जो जवाब दिया वह हैरतअंगेज था. उन्होंने कहा तो क्या हुआ सुप्रीम कोर्ट भी तो हमारा है, न्यायपालिका भी हमारा है और विधानपालिका भी हमारी है. देश भी हमारा है और मंदिर भी हमारा है.

बहराइच से चार बार के विधायक और वर्तमान में सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी बिहारी के इस बेतुके बयान जैसे ही ट्रोल हुवे और कई चैनलों पर चलना शुरू हो गये, तो मंत्री जी ने तत्काल एक मीडिया हाउस को फोन करके अपनी सफाई में कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया गया है मगर मंत्री जी के ज़बान से फोन पर भी उनका यही बयान ज़बान से निकल गया.

दरअसल देखा जाये तो मामला यह है कि भाजपा पर राम मंदिर बनाने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। सभी चाहते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाए। हालांकि यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है इसलिए सरकार कुछ नहीं कर सकती है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के सहकारिता मंत्री ने  शनिवार को ऐसा बयान दिया जिससे एक नई बहस शुरू हो गई है। मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि राम मंदिर अयोध्या में बनेगा क्योंकि सुप्रीम कोर्ट हमारा है।

इसी सन्दर्भ में चार बार के विधायक और प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री ने बहराइच में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ‘मंदिर हमारा आराध्य है। मंदिर बनेगा। मंदिर बनाने के लिए हमलोग संकल्पबद्ध हैं।’ जब एक पत्रकार ने उन्हें याद दिलाया कि मसला सुप्रीम कोर्ट में है और उस पर फैसला आना बाकी है तो उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट में है तभी तो। सुप्रीम कोर्ट भी तो हमारा ही है ना, सुप्रीम कोर्ट भी हमारा है। न्यायपालिका भी हमारी है। विधान पालिका भी हमारी है। ये देश भी हमारा है। मंदिर भी हमारा है।’  

इस मामले में विपक्ष को लगता है कि इस तरह के बयान देने से मंदिर के मुद्दे को खबरों में बनाए रखने से 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ध्रुवीकरण का वातावरण बनाए रखना है। उनका यह बयान जब बहुत सारे टीवी चैनल्स पर दिखाया जाने लगा तो मंत्री ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है।

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