मधुबन-बिल्थरारोड मार्ग निर्माण – नियम और मानक ताख पर धर ठेकेदार खा रहे मलाई

संजय ठाकुर

मधुबन/मऊ। मधुबन बिल्थरारोड मुख्य मार्ग पर बेलौली के समीप मधुबन मार्ग के निर्माण में सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य मे मानक की जमकर धज्जिया उड़ाई जा रही है करोङो रुपये की लागत से मुख्य मार्ग का निर्माण कराया जा रहा है। बड़ी पकड़ रखने का दावा करने वाले कार्यदाई संस्था अनुज एक्सप्रेस के मालिक तेज बहादुर यादव जो इस सड़क निर्माण के ठेकेदार भी है द्वारा जहा मानक को ताख पर रखकर काम हो रहा है वही क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों के बंद मुह बहुत कुछ बिना कहे ही कह जा रहे है। सड़क निर्माण में केवल डेढ़ से दो सेंटीमीटर की ढलाई किया जा रहा है। मैटिरियल की क्वालिटी भी घटिया दर्जे होने की बात क्षेत्र की फिज़ाओ में है। मगर सबके मुह पर शांति की पट्टी केवल इस कारण दिखाई दे रही है कि जन प्रतिनिधि शांत है। जबकि मानक कहता है कि निर्माण कार्य में ढलाई चार सेंटीमीटर की न्यूनतम होनी चाहिये। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इसके सम्बन्ध में क्षेत्रीय अधिकारी से लेकर कर्मचारी और जनप्रतिनिधि कुछ बोलने को तैयार नही है।

ये है ठेकेदार साहब की चार सेंटीमीटर ऊँची सड़क.

नियमानुसार सड़क का निर्माण कार्य कुछ इस तरह होता है कि पुरानी सड़क को खोद कर उसके ऊपर मिटटी और गिट्टी की एक परत डाली जाती है जिससे भूतल का जलस्तर सही रह सके। इस सम्बन्ध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय का स्पष्ट आदेश भी है। इसके बाद इसके ऊपर कंक्रीट की कम से कम चार सेंटीमीटर की परत बिछाई जाती है। मगर मौके पर न तो पुरानी सड़क को तोडा गया और न ही किसी प्रकार की मिटटी और गिट्टी का काम हुआ। बस निर्मित सड़क पर ही डेढ़ से दो सेंटीमीटर की एक परत बिछा दिया गया है।

इस सम्बन्ध में जब कार्यदाई संस्था के ठेकेदार तेज बहादुर यादव से हमने उनके दूरभाष पर संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हमको ठेका सिर्फ तीन सेंटीमीटर का मिला है। पुरानी सड़क को तोड़ने का काम नही मिला है। हम तो केवल एक मजदूर के तरह से है। असली काम तो पीडब्लूडी का है। आप उनसे संपर्क करे। हम अपने घर से तो लगा कर मानक पूरा नही करेगे। हमे जितना काम करने को कहा जाता है वह हम कर देते है। हमे सिर्फ तीन सेंटीमीटर का कहा गया है हम उतना कर रहे है। यदि इसके सम्बन्ध में अधिक जानना है तो पीडब्लूडी के अधिकारियो से संपर्क स्थापित कर सकते है आप। हम सिर्फ लकीर के फ़कीर है। इसके आगे हमको कुछ नही आता है।

  • हमारी बातचीत में ठेकेदार तेज बहादुर यादव ने कहा कि हम तो गरीब मजदूर है, साहब हम भी कम नही थे, तुरंत हमने ईश्वर से दुआ कर दिया कि देश के हर एक मजदूर को ऐसा गरीब कर दे जो फर्च्युनर से चले

 

क्या कहते है पीडब्लूडी के ज़िम्मेदार

वही इस सम्बन्ध में पीडब्लूडी के अधिकारियो से संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया गया तो वेब साईट पर उपलब्ध नंबरो में से कोई भी फोन नही उठा। जब हमने इस प्रकरण में स्थानीय जेई एस के राम से सम्पर्क स्थापित किया तो वह कुछ भी जवाब देने के बजाय बोले कि हमारे साहब सभी सवालो के जवाब देते है। मानक पूरा किया जा रहा है। मगर वह हमारे प्रश्नों का उत्तर नही दे सके।

वही इस सम्बन्ध में पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता वीरेंदर चौधरी से वेब साईट पर उपलब्ध नंबर पर बात हुई तो उनका जवाब था कि मैं उक्त सम्बन्ध में कुछ भी नही जानता हु और मेरी कोई भी प्रतिक्रिया नही है। उन्होंने सब बाते सुनने के बाद कहा कि मेरा भाई साहब कोई प्रतिक्रिया नही है और मैं नही जानता हु इस सम्बन्ध में थैंक यु। यह कहकर उन्होंने फोन ही काट दिया।

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