अवैध कच्ची शराब का काला कारोबार

फारूख हुसैन

लखीमपुर खीरी. यूपी की तराई में बसा लखीमपुर खीरी की धारा प्रवाहित नदियों की कछार में अवैध शराब की खेती फल-फूल रही है मौत के सौदागर आग की भट्टीयों पर जहर उबालकर आम जनमानस के गले में मौत की जननी को उतार रहे हैं जी हां गौर से देखिए इन तस्वीरों को जो लखीमपुर खीरी के निघासन सर्किल क्षेत्र से आ रही है यह तस्वीरें स्वयं बयां कर रही हैं की नदियों की कछार अवैध शराब का अड्डा बन चुकी है शराब माफिया यहां प्रतिदिन सैकड़ों लीटर शराब बनाकर लखीमपुर खीरी सहित आसपास के जनपदों में भेज रहे हैं इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब मुखबिर की सूचना पर निघासन पुलिस ने छापा मारकर हजारों लीटर लहन और सैकड़ों लीटर शराब बरामद की

आपको बता दें निघासन क्षेत्र अधिकांश इलाका तराई क्षेत्र से जुड़ा हुआ है जहा धारा प्रवाहित नदियों के किनारे आने जाने के रास्ते बहुत ही दुर्गम है जिसके फायदा उठाते हुए शराब माफिया नदियों के किनारों को अवैध शराब की खेती करने का सुरक्षित अड्डा बना लिया है इसमें खास बात यह भी है कि यह क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है जिसके चलते शराब बनाने के लिए लकड़िया भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है जबकि रास्ते दुर्गम होने के चलते पुलिस और आबकारी का आसानी से पहुंचना नहीं होता है इन्हीं सभी बातों का फायदा उठाते हुए दशकों से शराब के तस्कर भारी मात्रा में अवैध शराब बनाकर लखीमपुर खीरी तथा पीलीभीत बहराइच आज जनपदों में सप्लाई करते हैं बीते दिवस निघासन पुलिस ने क्षेत्र के पुराना खैरानी खैरी गढ़ प्रीतम पुरवा गांव समेत कई क्षेत्रों में नदियों के किनारे दबिश डालकर 16 हजार कुंटल लहन नष्ट किया जबकि गन्ने के खेत में छुपा कर स्टोरेज की गई 400 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की

इस कार्यवाही के बाद शराब माफियाओं में हड़कंप मच गया है जबकि क्षेत्र के लोगों का कहना है निघासन क्षेत्र में अभी हाल में उपचुनाव होने वाला है और लोकसभा चुनाव आने वाला है जिसके चलते शराब माफिया भारी मात्रा में शराब बनाकर अभी से स्टोरेज कर रहे हैं फिलहाल यूपी की तराई में हो रहा इस गोरख धंधे पर पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही मैं शराब माफियाओं को हिला कर रख दिया है वहीं नवागत पुलिस अधीक्षक श्रीमती पूनम का कहना है अब अवैध शराब के विरुद्ध ऐसे अभियान लगातार चलते रहेंगे देखना यह होगा कि अवैध शराब के इस कारोबार पर कब और कैसे पुलिस अंकुश लगा पाएगी ।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *