सीआरपीएफ जवान की बेटी को ससुरालियों ने पीटा, फोन पर खबर पाकर घर आए बेटी के पिता पर जानलेवा हमला

प्रत्यूष मिश्रा  

बांदा। दहेज के भूखे सितमगर ससुरालीजनों ने अपनी बहू को न सिर्फ पीटा बल्कि फोन पर बेटी से बात करने के बाद घर आए उसके पिता पर दरवाजे पर ही ससुरालीजनों ने हमला बोल दिया। लहूलुहान हालत में रिटायर्ड सीआरपीएफ जवान ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने भी जवान की फरियाद नहीं सुनी। आधी रात को तीन बजे तक सीआरपीएफ का रिटायर्ड जवान कोतवाली में बैठा रहा। बमुश्किल मंगलवार की दोपहर को घायल का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। पुलिस मुकदमा लिखने की कार्रवाई कर रही है। इधर, घायल के दामाद का कहना है कि घर के मामूली झगड़े को बड़ा रूप दिया जा रहा है। इधर, बहू की तहरीर पर पुलिस ने पति, ससुर, ननद और दो देवरों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

जनपद चित्रकूट (कर्वी) नई दुनिया निवासी रामनाथ दिवाकर (62) पुत्र स्व. भैरव प्रसाद सीआरपीएफ के रिटायर्ड जवान हैं। वर्ष 2014 में वह सेवानिवृत्त हो गए थे। उन्होंने अपनी पुत्री ऊषा की शादी 10 मई 2014 को कालूकुआं मुहल्ला निवासी अनुदेशक नीरज श्रीवास के साथ की थी। नीरज के पिता उद्रराज संकुल प्रभारी कमासिन में तैनात हैं। ससुर का आरोप है कि उसकी पुत्री को चार वर्ष से प्रताड़ित कर रहे हैं। शादी के एक वर्ष तक इतना प्रताड़ित किया कि वह अपनी पुत्री को लेकर कर्वी चले आए। डेढ़ वर्ष तक पुत्री को अपने घर पर रखा। पारिवारिक और रिश्तेदारों के दबाव पर सुलह हुई। तब से लगातार पुत्री कालूकुआं ससुराल में रह रही है। आए दिन इस बात की शिकायत करती है कि ससुर उसके साथ अश्लील हरकतें करने का प्रयास करता है। सूने कमरे में अकेले घुस आता है। पति अपने पिता के खिलाफ कोई बात सुनने को तैयार नहीं है।

बार-बार शिकायत करने पर पीटते हैं और ससुराल से चार पहिया गाड़ी दहेज के रूप में लाने की बात कहते हैं। सोमवार की रात को ऊषा की घर में ससुर उद्रराज और पति नीरज से कहासुनी हो गई। इसके चलते ऊषा के साथ मारपीट की गई। ऊषा ने पिता को फोन किया। रात सवा 11 बजे कर्वी से ऊषा के पिता रामनाथ बांदा आ गए। पिता का कहना है कि जैसे ही हम लोग गाड़ी से उतरकर लड़की के घर घुस रहे थे, तभी दरवाजे पर ससुर उद्रदराज, दामाद नीरज, उद्रराज का भतीजा राहुल ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। ससुर हाथ में ईंटा, राहुल तमंचा और नीरज भी हथियार लिए हुए था। सीआरपीएफ जवान रामनाथ गंभीर रूप से घायल हो गया। उसने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि सोमवार रात से अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। न ही उसका चिकित्सीय परीक्षण कराया है। रात गुजर जाने के बाद मंगलवार को दो बजे जब मीडिया ने इस मामले में दखलंदाजी की तब लगभग दो बजे के आसपास रामनाथ का मेडिकल परीक्षण पुलिस ने कराया। बहू ऊषा देवी की तहरीर पर नगर कोतवाली में पति नीरज, ससुर उद्रराज, ननद सुनीता, देवर बंटी व राहुल के खिलाफ धारा 498-ए, 323, 504, 506, 354 और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961, 3 व 4 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

बहू ने ससुर पर लगाए गंभीर आरोप

बांदा। बहू ऊषा ने अपने ससुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने बताया कि उसका ससुर उसके कमरे में बिना कुछ बोले और आवाज लगाए ही घुस आते हैं। बहू ने यह भी कहा कि उसके ससुर उसके साथ छेड़खानी करते हैं। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाती है। ऊषा ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसके पिता की छेड़खानी की हरकत की शिकायत वह अपने पति नीरज से करती है तो उसका पति कहता है कि वो जैसा कहते हैं, वैसा करो।

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