संजय ठाकुर/अंजनी राय
मधुबन (मऊ) : सरकार की कोई योजना गरीब के दरवाजे तक पहुंचते-पहुंचते कैसे दम तोड़ देती है, इसका उदाहरण क्षेत्र के भिटिया माफी में तब देखने को मिला, जब जर्जर मिट्टी के घर में परिवार के लिए भोजन बना रही 40 वर्षीय महिला की दीवार गिरने से उसी में दब गई। अस्पताल ले जाते समय महिला की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
गांव निवासी जितेंद्र पासवान मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता है। इसमें उसकी पत्नी मालती भी उसका हाथ बंटाती थी। उनके एक पुत्र और एक पुत्री का विवाह हो चुका है। दो पुत्रियां अभी अविवाहित हैं। उसने कई बार प्रधानमंत्री आवास के साथ ही अन्य सुविधाओं के लिए प्रशासन का दरवाजा खटखटाया लेकिन विभाग की नजर में वह अपात्र बना रहा। जैसे-तैसे वह जर्जर मिट्टी के मकान में अपना जीवन बसर कर रहा था। गुरुवार की सुबह 11 बजे के लगभग उसकी पत्नी मालती देवी चूल्हे पर भोजन बना रही थीं। इसी दौरान मिट्टी की दीवार धराशायी हो गई। उसमें दबकर मालती गंभीर रूप से घायल हो गईं। परिजन इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतहपुर मंडाव जब तक पहुंचते, उसकी मौत हो गई। महिला की मौत से पूरे परिवार पर बज्रपात हो गया है।
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