आखिर कौन था वो ज़ालिम जिसने दिन से लापता बालिका की कर दिया इतनी निर्मम हत्या

फारुख हुसैन

 

ईसानगर खीरी। नारी सुरक्षा व अपराध नियंत्रण के दावे उस समय फेल हो गए जब तीन दिन से अगवा की गई नौ वर्षीय बालिका का शव गांव के ही दक्षिण एक गन्ने के खेत मे क्षत विक्षत स्थिति में पाया गया शव को देख कर ग्रामीणों की रूह तक कांप गयी। मामला विकासखंड ईसानगर क्षेत्र के एक गांव का है जहां सुबह करीब 10:30 बजे खेत की सिंचाई करने गए एक किसान द्वारा गन्ने के खेत में क्षत विक्षत स्थिति में एक मासूम बालिका का शव देखा गया। शव की पहचान 9 वर्षीय नीलू के रूप में हुई जोकि रंजीतगंज निवासी अपने मामा के घर पर रह रही थी किसान की सूचना पर मृतका के मामा व परिजनों ने वहां पहुंच कर विगत रविवार से लापता नीलू का शव देख ईसानगर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची ईसानगर पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाते हुये शव को पी एम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।


प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम रंजीत गंज में अपने खेत की सिंचाई करने गए रंजीत गंज निवासी राधे तमोली के गन्ने के खेत मे क्षत विक्षत अवस्था मे पाया गया । कृषक राधे द्वारा शव को पहचानने के बाद सूचना गांव के ही बृज मोहन पुत्र गोबरे लाल को दी क्योकि बृज मोहन की नौ वर्षीय भांजी विगत रविवार से लापता थी।शव की सूचना मिलते ही मौके पर पहुँचे बृजमोहन व परिजनों ने शव की शिनाख्त अपनी नौ वर्षीय नीलू पुत्री श्याम बिहारी निवासी पंडित पुरवा खमरिया के रूप में की। और तत्काल ईसानगर पुलिस को सूचना दी मृतका के मामा बृजमोहन ने बताया कि विगत रविवार को करीब चार बजे से उनकी भांजी लापता थी जिसकी शिकायत ईसानगर पुलिस को दी जा चुकी थी और खोजबीन की जा रही थी लेकिन बुधवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे के आसपास गन्ने के खेत मे शव पड़े होने की सूचना मिली तो परिजनों ने जाकर देखा तो वह नीलू ही थी लेकिन उसकी बेरहमी से हत्या की जा चुकी थी।एक हाथ व एक पैर कटा हुआ था,सिर के बाल भी गायब थे, आंखे भी निकाली गई थी ,गर्दन कटी हुई थी तथा नीलू के शरीर को भी जलाने की कोशिश की गई हो ऐसा प्रतीत हो रहा था। मौके पर अपने स्टाफ के साथ पहुंचे ईसानगर थानाध्यक्ष अजय मिश्रा ने शव को अपने कब्जे में लेकर पी एम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। इस संबंध में जब ईसानगर थानाध्यक्ष अजय मिश्र से दूरभाष पर बात करने का प्रयास किया गया तो सी यू जी नम्बर पर सम्पर्क नही हो सका।

चेत जाती ईसानगर पुलिस तो बच सकती थी मासूम की जान

विगत रविवार को दिन में करीब चार बजे गांव से ही नीलू का रहस्य मय परिस्थितयों में गायब होने और परिजनों के काफी खोज बीन करने पर भी कही पता न लगने पर नीलू के परिजनों द्वारा ईसानगर पुलिस को जानकारी दी गयी थी लेकिन शायद ईसानगर पुलिस ने मामले को गभीरता से नही लिया और जिससे नीलू सकुशल बरामद न हो सकी। चौथे दिन गन्ने के खेत मे क्षत विक्षत शव पाया गया।यदि पुलिस सक्रियता दिखाती तो शायद मासूम नीलू का जीवन बच जाता।

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