“अंतरा” और “छाया” को लेकर मंथन ‘बेहतर कौन’

अनचाहे गर्भ को रोकने व बच्चों में पर्याप्त अंतर रखे हेतु अंतरा और छाया

आसिफ रिज़वी

मऊ, 18 जून 2019 – मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में दो दिवसीय परिवार नियोजन संबंधित सीएमओ डॉ एससी सिंह की अध्यक्षता में बैठक की गई जिसमें परदहा और रतनपुरा ब्लॉक की स्टाफ नर्स व् एएनएम समेत महिला एवं पुरुष चिकित्सक भी सम्मिलित हुए। बैठक में ‘अंतरा और छाया में बेहतर कौन’ दोनों परिवार नियोजन के साधन में प्रयोग और जागरुकता पर चर्चा की गई।

डॉ सतीशचन्द्र सिंह ने बताया कि अनचाहे गर्भ को रोकने व बच्चों में पर्याप्त अंतर रखने के लिए शासन की ओर से 15 फरवरी 2018 को गर्भ निरोधक योजना लांच की गई। हर तीन माह में लगने वाला अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन का महिलाओं में इसकी बढ़ती डिमांड को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इसे महिला चिकित्सालय, पीएचसी सीएचसी में निःशुल्क उपलब्ध का निर्णय लिया है। एएनएम व्हॉस्पिटल स्टाफ की ओर से काउंसलिंग के बाद ही महिलाओं को इंजेक्शन लगाया जाता है। एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए महिला को तीन माह में एक इंजेक्शन लगाया जाता है। इस तरह साल में चार इंजेक्शन लगाया जाता है। इस इंजेक्शन का उपयोग करने वाली महिला को एक साल तक रोकथाम के लिए अन्य किसी साधन का उपयोग करने की जरूरत नहीं पड़ती है। दूसरे विकल्प में महिलाओं को मुफ्त में छाया टेबलेट दिया जाता है छाया टेबलेट का सेवन हर चार दिन में करना होता है। एक महीने तक टेबलेट खानी होती है।

प्रभारी चिकित्साधीक्षक डॉ संगीता ने बताया कि अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए अंतरा इंजेक्शन को पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को नहीं दिया जाता है। गर्भनिरोधक इंजेक्शन से स्तनपान पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। दोबारा जब भी गर्भधारण करना चाहें तो 6 माह पहले इंजेक्शन लगवाना बंद कर दें। जिले में महिलाओं को अंतरा इंजेक्शन व छाया गर्भनिरोधक गोली की सुविधाएं मिल रही हैं। इसमें महिलाएं अंतरा इंजेक्शन को ज्यादा प्राथमिकता दे रही हैं। छाया टैबलेट न लेने की वजह उसे टाइम पर लेने के लिए भूल जाना है, क्योंकि गर्भनिरोधक गोलियों के लेने का समय निर्धारित रहता है।

जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ आनंद पाण्डेय ने बताया कि जिले में 16 जून को परिवार नियोजन मेला लगाया गया जिसमें 36 महिलओं को ‘अंतरा’ लगाया गया फरवरी 2018 से अब तक 782 अंतरा इंजेक्शन और 174 महिलाएं छाया गर्भ निरोधक गोली का लाभ ले चुकी हैं।

डीसीपीएम संतोष सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत इंजेक्शन लगवाने वाली महिला व उसके साथ आई आशा वर्कर को हर बार100 रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है।

इस सत्र में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एम् लाल, डॉ पंकज गुप्ता, धनावती पाण्डेय, दीपिका तिवारी, सिद्धू यादव, प्रमिला सिंह आदि परिवार नियोजन विभाग के अन्य सदस्य मौजूद रहे।

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