ज्ञानपुर (भदोही) – अवैध पटाखों का काला कारोबार. दीपावली से पहले फिर फलना-फूलना शुरू

प्रदीप दुबे विक्की

ज्ञानपुर,भदोही। दीपावली पर्व को ज्यादा दिन शेष नहीं बचे हैं। बाजार दीपावली के पर्व से जुड़े सामानों से सजने भी लगे हैं। दीपावली के दौरान पटाखों और आतिशबाजी का अवैध कारोबार भी तेजी से फल-फूल रहा है। भदोही जिले  के कई नगरों में चोरी-छिपे पटाखा कारखाने का कारोबार जोरों पर है। ताकि बाजार में से ज्यादा से ज्यादा पटाखे व आतिशबाजी के सामान की सप्लाई की जा सके। भदोही जनपद सहित कई प्रमुख शहरों में हुए बड़े बड़े हादसों के बावजूद कारोबारियों के खिलाफ प्रशासनिक एक्शन होते कम दिखाई दे रहा है। वहीं ऐसी घटनाओं से कारोबारियों ने भी कोई सीख नहीं ली है। ज्ञानपुर  भदोही सुरियांवां, चौरी आदि क्षेत्र के कई घरों व मकानों पर चोरी छिपे पटाखे बनाने का खतरनाक खेल चल रहा है.

बारूद के ढेर पर बैठे हैं लोग

दीपावली के लिए पटाखों की सप्लाई और दुकानें लगाने के लिए तैयारियां भदोही में शुरू हो चुकी है। वहीं पटाखों की अवैध सप्लाई और बनाने का काम ही चोरी छिपे जोरों पर चल रहा है। ज्ञानपुर नगर के पुरानी बाजार में हुए धमाके में एक की मौत हुई थी तथा कई घायल हो गए थे। इसी तरह भदोही में हुए धमाके में कल्लू नामक युवक के चीथड़े हवू मे उड़कर दूर जा गिरे थे, तथा महिला की मौत हो गई थी।.इसी प्रकार बीते कुछ महीनों पहले चौरी थाना क्षेत्र के रोटहां गांव में हुए विस्फोट के दौरान जहां समूचा मकान धराशाई हो गया था वहीं तीन स्थानीयो सहित लगभग दर्जन भर बांग्लादेशी लोगों की मौत हो गई थी।

पत्रकारों द्वारा जिले में जांच-पड़ताल के दौरान ज्ञानपुर के मान्यवर कांशीराम कालोनी एवं पुरानी बाजार सहित कई जगह से पटाखा बनाने का मामला सामने आया है। बताते हैं कि काफी संख्या में महिलाओं सहित अन्य व्यक्तियों द्वारा पटाखे तैयार किए जा रहे हैं। जो दीपावली के लिए स्टोर हो रहे हैं ।

देसी पटाखों का कारोबार

ज्ञानपुर नगर देसी पटाखों का कालाबाजार माना जाता है। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर यहां के लोगों ने बताया कि पुरानी बाजार में देशी पटाखा  बनाने का काम हो रहा है। कई लोग बारूद लाकर खुद ही पटाखे तैयार करने में जुटे हुए हैं एक और जिंदगी तबाह पटाखों के नियम की अनदेखी कर अवैध तरीके से स्टोर करना पटाखा बनाने के दौरान होने वाले संभावित हादसे भी से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है पूर्व में पटाखा बनाने के दौरान जिले में कई हादसे भी हो चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं क्या करते हैं जिम्मेदार,

बताया जाता है कि भदोही जिला प्रशासन दीपावली पर्व पर मात्र दो-तीन दिनों के लिए इजाजत देता है वही पटाखा बनाने का अनुमति लेने की अलग प्रक्रिया है अवैध तरीके से पटाखा स्टोर करना और बनाना दोनों गैरकानूनी है जिले में सीएमओ स्तर पर हो रहे जांच के दौरान काफी मात्रा में पटाखे पकड़े भी जा चुके हैं क्योंकि यह पर्यावरण व स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरनाक माना गया है पूर्व में हुई घटनाएं दीपावली पर्व के मौके पर बनाने में बिकने से पटाखों को लेकर सर्वोच्च अदालत भले ही गंभीर है और इसकी रोकथाम की जिम्मेदारी संबंधित थाने को दी है । किसी गंभीर घटना होने के दौरान जिला प्रशासन की सक्रियता भी दिखती है । लेकिन महज दिखावे की तर्ज पर दो-चार दिन बाद सब कुछ शांत हो जाता है ।

पहले भी हो चुके है दर्दनाक हादसे

बताते चलें कि सितंबर वर्ष 2016 में पटाखा व गोदामों की चौहद्दी पर ध्यान नहीं था और पुरानी बाजार विस्फोट में एक मौत के साथ महिलाएं घर हो गई थी इसी प्रकार नवंबर 2017 में धर्मपुर भदोही की घनी बस्ती में कल्लू नामक व्यक्ति के यहां की छड़े उड़ गए थे वहीं एक महिला की मौत हो गई थी इसी जगह अक्टूबर 2018 में पुरानी बाजार में तीन महिलाएं घायल हो गई थी इसी माह में पैसा बाजार में विस्फोट के दौरान समूचा मंजिला मकान धराशाई हो गया था जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी इसी प्रकार 23 फरवरी को भदोही के थाना क्षेत्र के गांव में हुए भयंकर विस्फोट के दौरान नव बांग्लादेशी मजदूरों सहित एक दर्जन लोगों की मौत हो गई थी।

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