आसिफ रिज़वी
मऊ। यूपी के जनपद मऊ में शनिवार को पुलिस विभाग ने एक बड़ा खुलासा किया है। दरअसल मामला फर्जी पासपोर्ट तैयार करने को लेकर था। जिसके लिए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य पिछले कई दिनों से गुप्त जांच करा रहे थे। मामले में फिलहाल 10 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। वहीं कुछ अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी करने का पुलिस प्रयास कर रही है।
बता दें कि पूरे प्रकरण में होमगार्ड और उर्दू अनुवादक को जेल भेज दिया गया है। एक महिला हेड कांस्टेबल जो एलआईयू ऑफिस में तैनात थीं और कॉन्स्टेबल अनिल विश्वकर्मा दोनों एलआईयू ऑफिस में तैनात थे। दोनों को ही निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर रामधनी यादव एलआईयू ऑफिस में तैनात हैं इनके सस्पेंसन के लिए रिपोर्ट भेजी गई है। यह भी मामले में संलिप्त थे।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने जानकारी दी कि एलआईयू ऑफिस से पासपोर्ट से संबंधित जो भी अभिलेख मिले हैं उन सब की जांच की जाएगी। मामले में इन्वेस्टीगेशन और जांच के लिए दो टीमें बनी है। एडिशनल एसपी एलआईयू ऑफिस से मिले सभी अभिलेखों की जांच करेंगे। यदि कोई अन्य व्यक्ति संलिप्त पाया जाता है जो एलआईयू या पुलिस होमगार्ड विभाग से जुड़ा हो। सबके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। तत्काल रुप से 10 लोगों की संलिप्तता का प्रमाण मिला है। जिन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। इंस्पेक्टर नीरज पिठख के निर्देशन में 5 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया गया है।
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