बढ़ रही कोल्ड डायरिया के मरीजों की तायदात, जाने क्या है वजह और बचाव का तरीका

फारुख हुसैन

लखीमपुर खीरी÷ बदल रहे मौसम के बीच डायरिया का भी कहर टूटने लगा है। इसमें सबसे ज्याद बच्चे और बूढ़े प्रभावित हो रहे है। जिला अस्पताल में भी कोल्ड डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।

बुधवार को जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में इस बीमारी से बेहाल तीन बच्चों को भर्ती किया गया।  जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में धौराहरा के रहने वाले  अनुज पांडे की आठ माह की बेटी नित्या,प्रेमनगर के रहने वाले मुकेश के डेढ़ साल के बेटे शौर्य, गुटैयाबाग के रहने वाले गुरजीत सिंह की आठ माह की बेटी पीहू को भर्ती कराया गया। इसके साथ शहर के ही रहने वाले अवधेश के एक साल के बेटे आयुष को  बुखार से परेशान होने पर भर्ती किया गया। इन सभी बच्चों में तीन को कोल्ड डायरिया की शिकायत बतायी जा रही है।

कोल्ड डायरिया

सर्दी बढ़ने के साथ ही कोल्ड डायरिया के रोगी भी बढ़ गए है। इस बीमारी से बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा प्रभावित हो रहे है। कोल्ड डायरिया गर्मी में होने वाली डायरिया जैसा ही होता है। बैक्टीरियल इंफे क्शन और खानपान में लापरवाही के चलते डायरिया होती है। साथ सर्दी का मौसम भी इस पर असर डालता है। दस्त अधिक होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे मौत भी होने की संभावना रहती है।

कारण

बासी भोजन तथा बाहर के खाने से भी हो सकता है। सर्दी के मौसम में कम पानी पीने से बैक्टीरियल इंफेक्शन भी हो  सकता है, कारण सर्दी के मौसम में ऊनी कपड़े पहनने में लापरवाही

बचाव

अच्छी तरह ऊनी कपड़े पहने÷ शरीर में पानी की कमी न होने दे ठंडा पानी ना पीएं ।सर्दी जुकाम या बुखार होने पर हैवी डोज की दवाइंया न ले।

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