पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर अपराध की रोकथाम हेतु दिये गए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश एवं परामर्श

गौरव जैन

रामपुर। प्राय देखने में आ रहा है कि कोविड-19 कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन के दौरान साइबर अपराधों की शिकायतों में एकाएक वृद्धि हो रही है जिसमें ई0एम0आई0 में छूट देने के नाम पर ठगी, फेसबुक के माध्यम से ठगी, प्रोमोकोड/रिवार्ड प्वाइन्ट देने/रिडीम के नाम पर धोखाधडी, राशन वितरण/बेरोजगारी भत्ते के पंजीकरण के नाम पर ठगी, रोजमर्रा के सामानों की आनलाइन डिलीवरी के नाम पर ठगी, फर्जी हेल्पलाइन नम्बर के माध्यम से धोखाधडी, फ्री इन्टरनेट/रिचार्ज/आनलाइन मूवी चैनल पर पंजीकरण के नाम पर ठगी, सरकारी योजनाओं की सब्सिडी के नाम पर धोखाधडी, मेडिकल एक्सपर्ट की जानकारी देने के नाम पर धोखाधडी, वाहन पास के नाम पर ठगी आदि के माध्यम से भोली भाली जनता को भ्रमित करके उनके साथ धोखाधडी किये जाने की घटनाए प्रकाश में आ रही है।

उनसे उनकी बैंक सम्बंधी गोपनीय जानकारी प्राप्त कर खाते से पैसे निकाल लिये जाने की घटनाए प्रकाश में आ रही है। इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम हेतु जनता को सजग/सतर्क रहने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया (ई-मेल, व्हाटसअप, फेसबुक, टवीटर, आदि) पर किसी भी प्रकार के फर्जी या असत्यापित लिंक को न खोले अज्ञात नम्बरों द्वारा भेजे गये ओटीपी को साझा करने से बचे एवं अज्ञात नम्बर द्वारा भेजे गये किसी भी लिंक को खोलने से पहले उसकी पूरी जानकारी/पुष्टि कर ले।

साइबर अपराध से बचाव हेतु सामान्य दिशा निर्देशः-

कही भी किसी भी सरकारी उपक्रम वेबसाइट या फण्ड मे पैसा भेजते समय सरकार की अधिकारिक वेबसाइट से जानकारी कर इस तरह के फ्रॉड से बचा जा सकता है।

यदि आपके बैंक खाते/इ-वॉलेट में रकम वापस किये जाने हेतु संदेश आये तो अपनी यूपीआई आईडी/पासवर्ड न डाले क्योकि पैसा प्राप्त करते समय इसकी कोई आवश्यकता नहीं होती है।

किसी प्रकार का संदिग्ध कॉल/मैसेज प्राप्त होने पर तत्काल थाने पर इसकी सूचना दे।

वेबसाइट या लिंक पर विजिट करने से पहले उस वेबसाइट के सिक्योरिटी फीचर को पढे तथा इस बात की पुष्टि कर ले कि वह सिक्योर है या नही उसका लाइसेन्स बैध है या नहीं।

ई-वॉलेट अपडेट और केवाईसी हेतु निकटवर्ती अधिकृत केन्द्र पर जाकर ही कराये।

अपने सोशल एकाउन्ट व बैंक खातों का पासवर्ड क्लिष्ट बनाये, जिसमे अंक, अक्षर व चिन्ह तीनों हो, साथ ही द्विस्तरीय सत्यापन लगाये रखे।

जब आवश्यक हो तभी अपने मोबाइल के जीपीएस व ब्लूटूध को ऑन रखे।

किसी भी प्रकार के बैंक/पेमेंट ऐप/ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट इत्यादि के हेल्पलाइन/कस्टमर केयर नम्बर को गूगल या अन्य किसी सर्च इन्जन से सर्च करके प्राप्त न करें, बल्कि सम्बन्धित बैंक/पेमेन्ट ऐप/ऑनलाइन शापिंग वेबसाइट इत्यादि के कस्टमर केयर का नम्बर उनकी अधिकृत बेवसाइट/ऐप से ही प्राप्त कर वार्ता की जाये।

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