भला किसकी हुई मजाल जो शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय की दिवार पर लगा दिया विवादित पोस्ट

तारिक खान

प्रयागराज- 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला एक बार फिर सुर्खीयो  में आ गया है ये कोई पहली बार नहीं है की एक विवादित पोस्ट को लेकर सुर्ख़ियो में है आपको बता दे की इससे पहले भी लखनऊ के VVIP गेस्ट हाउस की दीवारों पर ऐसे ही विवादित पोस्टर लगाये गये थे, मामला सामने आने पर पुलिस ने विवादित पोस्टर हटवाया दिया था. भर्ती के मुख्य सरगना चन्द्रमा सिंह यादव की गिरफ्तारी को लेकर रात में किसी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की दीवार पर पोस्टर लगा कर फरार हो गया.

ये ताज़ा मामला प्रयागराज का सामने आया है। जहा एक बार फिर 69000 शिक्षक भर्ती घोटाले  चर्चा में है। बताया जा रहा है कि चन्द्रमा सिंह यादव बीजेपी के रसूखदार नेता है। जिनके खिलाफ धूमनगंज से लेकर कौशांबी तक ताबड़तोड़ छापेमारी किया। स्कूल प्रबंधक और भाजपा नेता चंद्रमा यादव के न मिलने पर उसके कुछ रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए उठाया गया था।  बताते चले कि एसटीऍफ़ ने उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में भाजपा नेता चन्द्रमा यादव को नामजद करते हुए वांछित घोषित किया गया है।

एसटीएफ ने  पहले प्रीतम नगर में चंद्रमा के घर और फिर स्कूल में छापा मारा था। वहा न मिलने पर कौशांबी के पिपरी, महेवाघाट समेत कई अन्य संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई है। मगर वहां से भी उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। तब एसटीएफ ने उसके कई रिश्तेदारों को उठा लिया था। उनसे चंद्रमा यादव के बारे में पूछताछ की गई थी, जिनसे कुछ जानकारी भी मिली थी। भाजपा नेता चंद्रमा पर पेपर लीक करवाने का बड़ा आरोप है।

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