फर्जीवाड़ा करने की लक्ष्मण रेखा को पार कर चुकी है भाजपा – डॉ. अनिल कुमार मीणा

संजय ठाकुर

नई दिल्ली. राजनीतिक दवाब के चलते चुनाव आयोग ने कोरोना महामारी में बिहार में चुनाव संपन्न करवाने का निर्णय लिया। कोरोना महामारी में नरेंद्र मोदी ने पहली गलती तब की जब उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का करोड़ों रुपए खर्च करके भव्य स्वागत किया था। जिसके कारण देश के लोगों में व्यापक स्तर पर कोरोना महामारी ने अपना कहर दिखाना शुरू किया जिससे भारत की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई। दूसरी गलती भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यह कर दी जब देश में लॉकडाउन की आवश्यकता नहीं थी तब लॉकडाउन लगा दिया जब आवश्यकता थी तब सरकार की निष्क्रियता एवं सुविधाओं के अभाव से महामारी ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। उक्त बाते दिल्ली कांग्रेस रिसर्च प्रभारी डॉ अनिल कुमार मीणा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कही है.

उन्होंने कहा कि तीसरी सबसे बड़ी गलती केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने चुनाव आयोग पर दबाव डालकर बिहार में  कोरोना महामारी के समय चुनाव संपन्न करवाने का निर्णय लिया गया। कोरोना महामारी में जहां देश के लोगों को आर्थिक सहायता की आवश्यकता थी वही सरकार की मानसिकता सियासत पर कब्जा करने की रही। चुनाव के परिणाम आने से पहले शुरूआती रुझान और मीडिया के एग्जिट पोल आरजेडी एवं कांग्रेस महागठबंधन को भारी मतों से जीतने का रुझान दिखाई दे रहा था। भारतीय जनता पार्टी ने संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करते हुए  बिहार सियासत में अपनी जगह बनाई जिस पर वहां के राजनीतिक पार्टियों ने ईवीएम के माध्यम से वोटों में हुए फर्जीवाड़े पर अनेक सवाल खड़े किए थे और लोकतंत्र की हत्या करार दिया। भारतीय जनता पार्टी को लगता है कि जनता चाहे उनको वोट दे या ना दे उससे उन को कोई फर्क नहीं पड़ता वह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए सत्ता हथियाने का षड्यंत्र अच्छी तरह से जानती है। भारतीय जनता पार्टी में बिहार में उपमुख्यमंत्री के लिए तारा किशोर प्रसाद को बनाया है। चुनावी हलफनामे के दौरान  दी गई सूचना के आधार पर उनकी उम्र में भी फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है।

दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस रिसर्च प्रभारी डॉ अनिल मीणा ने बताया की चुनावी हलफनामे के दौरान तारा किशोर  प्रसाद की उम्र 2005 में 48 साल थी। 5 साल बाद उनकी उम्र महज़ 1 साल बढ़ी और 49 साल हुई। फिर 5 साल बाद 2015 में उनकी आयु 3 साल बढ़कर 52 साल हुई। और आखिरी के 5 साल, यानी 2020 तक उनकी उम्र 12 साल बढ़कर 64 साल हो गई। फर्जीवाड़े को लेकर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सांसद स्मृति ईरानी 12वीं पास की फर्जी डिग्री को लेकर देश में बवाल मचा था फिर उसके बाद नरेंद्र मोदी का राजनीतिक विज्ञान  से दिल्ली विश्वविद्यालय में MA करने का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था|   भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बनाए गए बिहार उपमुख्यमंत्री तारा किशोर प्रसाद का  उम्र का फर्जीवाड़ा सामने आया है।

डॉ. अनिल मीणा ने कहा कि सरकारी नौकरी लगने वाले युवाओं की एक छोटी सी गलती की वजह से उनकी नौकरियां चली जाती है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के विधायक एवं सांसदों की  चुनावी हलफनामे में फर्जी जानकारी होने के बावजूद उनका प्रमोशन किया जाता है| जब देश चलाने वाले लोगों का फर्जीवाड़ा लगातार बढ़ते जाएंगे तो  इससे देश के लोगों को क्या संदेश मिलेगा| देश के जिम्मेदार पदों पर बैठे हुए लोग गैर जिम्मेदाराना व्यवहार करके देश के लोगों को किस तरह का संदेश देना चाहते हैं ?क्या भारतीय जनता पार्टी पूरे देश  से नैतिक आदर्शों को खत्म करने का बीड़ा उठा रखा है ?

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