अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने पहुंची ब्रती महिलाए

बापुनंदन मिश्रा

रतनपुरा  (मऊ) छठ महापर्व के अवसर पर सृष्टि की ऊर्जा के अक्षय स्रोत भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए जलाशयों के तट पर व्रती महिलाओं का समूह उमड़ पड़ा। विविध प्रकार के फलों को बँहगी में सजाकर, गन्ना हाथ में लिएआगे चल रहे पुरुषों के पीछे छठ पर्व के भक्तिपूर्ण गीतों की माधुरी से राह को गुंजायमान करती व्रती महिलाओं की टोलियों को देख मन में अनायास ही श्रद्धा का ज्वार उमड़ रहे थे।

कोरोना काल में छठ पर्व के सार्वजनिक रूप से जलाशयों के किनारे मनाने को लेकर असमंजस के बादल मँडराते रहे किंतु अंततोगत्वा आस्था की जीत हुई और निर्धारित गाइडलान के अनुसार पूजा करने की छूट की सूचना पर व्रती महिलाओं संग आस्थावानों की बाँछें खिल गई। अपने तरह के इस अनोखे पर्व के लिए तैयारियों का लंबा दौर चलता है।विभिन्न प्रकार के मौसमी फल, सब्जियाँ,नये वस्त्र या यूँ कहें प्रकृति के द्वारा प्रदत्त तमाम वस्तुओं के साथ विभिन्न मन्नतों के पूर्ति के लिए जल में खड़े होकर भगवान भास्कर का आभार जताने का यह अनोखा और अद्वितीय पर्व जो कल उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही पूर्णता को प्राप्त होगा।

घाटों पर सुरक्षा के निमित्त तमाम उपाय कर समाज सेवियों एवं सम्भ्रांत लोगों ने अपनी जिम्मेदारी का बखूबी पालन किया। जमालपुर में भदाँव इंटर कॉलेज के बगल में स्थित जलाशय के किनारे देवेन्द्र नाथ  राय(लेखपाल)एवं ग्राम प्रधान नागेन्द्र राय के नेतृत्व में साफ-सफाई ,उजाले एवं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।

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