पंचायत चुनाव में फंसा यूपी बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम, अभी भरे जा रहे परीक्षा फार्म

तारिक़ खान

प्रयागराज। चार दिन बाद 2021 शुरू हो रहा है, जिसमें माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के 55 लाख से अधिक परीक्षार्थियों की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा होनी है। यूपी बोर्ड ने 2019 की पहली जुलाई को 2020 का परीक्षा कार्यक्रम जारी करके सबको चौंका दिया था। वहीं बोर्ड और शासन के अफसर इस बार परीक्षा कराने की अनुमानित तारीखें भी तय नहीं कर पाए हैं। इस कार्य में कोरोना संक्रमण का असर तो है ही, पंचायत चुनाव भी परीक्षा में खलल डाल रहा है। पंचायत चुनाव और बोर्ड परीक्षा की तैयारियां साथ चल रही हैं। पहले क्या होगा इसकी तस्वीर अब नए साल में ही साफ होने के संकेत हैं।

माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के 27 हजार से अधिक संबद्ध कॉलेजों में पहले कोरोना संक्रमण ने पढ़ाई प्रभावित की। सत्र के पहले दिन से लेकर सितंबर तक कॉलेज बंद रहे। जैसे-तैसे ऑनलाइन और टीवी आदि के माध्यम से पढ़ाई कराई गई। शासन ने 10 अक्टूबर को निर्णय लिया कि 19 अक्टूबर से दो पालियों में स्कूल खोले जाएं। स्कूल तो किसी तरह से खुल गए लेकिन, संक्रमण का असर परीक्षा की तैयारियों पर पड़ा।

यूपी बोर्ड ने कक्षा 9 व 11 में पंजीकरण, 10वीं व 12वीं के परीक्षा फार्म भरवाने के लिए कई बार समय सारिणी में बदलाव किया। हालांकि बोर्ड संक्रमण के दौर में भी पिछले वर्षों जैसा पंजीकरण व परीक्षा फार्म भराने में सफल रहा। कुछ दिन पहले फिर से दोनों की नई समय सारिणी जारी हुई है, इस बार पंजीकरण व परीक्षा फार्म जनवरी में भी भरवाए जा रहे हैं।

परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण नीति जारी करने में खासा विलंब हुआ, जिससे छह फरवरी तक केंद्रों की सूची फाइनल हो पाएगी। इसी तरह से प्रायोगिक परीक्षा फरवरी के दूसरे पखवारे में कराने की तैयारी है लेकिन उसका भी अधिकृत कार्यक्रम जारी नहीं हो सका है। पहले यह तैयारी थी कि पंचायत चुनाव जनवरी फरवरी में हो जाएंगे और परीक्षा मार्च में करा ली जाएगी लेकिन, अब पंचायत चुनाव मार्च-अप्रैल में कराने की सुगबुगाहट है। इसलिए फरवरी में परीक्षा कराने पर विचार शुरू हुआ लेकिन, केंद्र निर्धारण को देखते हुए इसे टाल दिया गया है।

18 दिसंबर को डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की अगुवाई में बैठक हुई तो उम्मीद जगी कि कार्यक्रम की रूपरेखा बन सकती है हालांकि वह बैठक शताब्दी समारोह पर ही केंद्रित रही। अब संकेत है कि जनवरी के पहले पखवारे में परीक्षा का प्रस्ताव मांगा जा सकता है। यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल का कहना है कि अभी कोई खाका नहीं खींचा गया है, शासन के आदेश पर परीक्षा का प्रस्ताव भेजा जाएगा।

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