वाराणसी – मकान पर नहीं बल्कि बिल्डर परवेज़ मेहंदी उर्फ़ सिब्ते हसन के अरमानो पर भी चला है आज वीडीए का हथौड़ा, जाने अनटोल्ड स्टोरी

तारिक आज़मी

वाराणसी। वाराणसी के चेतगंज वार्ड अंतर्गत बेनियाबाग मस्जिद के पास एक अवैध निर्माण पर आज वीडीए का जमकर हथोडा चला। बहुमंज़िल हो चुके इस निर्माण पर वीडीए ने जमकर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। देखने में तो वीडीए का हथौड़ा एक अवैध निर्माण पर चल रहा था। मगर हकीकत ये है कि ये हथौड़ा जितना उस अवैध निर्माण पर चला उतना ही ये बिल्डर परवेज़ मेहंदी उर्फ़ सिब्ते हसन और आबिद हुसैन के पुत्र हामिद हुसैन के अरमानो पर भी चल गया।

क्या है भवन की कहानी

चेतगंज वार्ड के बनिया के निकट लबेरोड मस्जिद के पास एक भवन का निर्माण हुआ था। निर्माण पुरी तरह अवैध हुआ ऐसा वीडीए मानता है। मगर साहब हम तो फिर वही सवाल कर डालेगे कि जब लबे रोड इतना बड़ा निर्माण हो रहा था तो क्या स्थानीय वीडीए कर्मी ख्वाब्गाहो में आरामतलब कर रहे थे तो उनको ये अवैध निर्माण दिखाई नही दिया।

बहरहाल, मामला यहाँ कुछ और भी पेचीदा है। भवन का मकान नम्बर किसी को नहीं मालूम है। मकान नम्बर के लिए आज दिन भर कई पत्रकार हाथ पाव मारते रहे मगर इस भवन का मकान नम्बर मिला ही नहीं। आखिर मिलेगा भी कैसे ? सूत्र बताते है कि इस भवन के पुराने चल रहे विवाद के कारण भवन का मकान नम्बर एलाट ही कभी नही हुआ है। भवन आज भी शहरी सीमा में अराजी नम्बर पर कायम है। अराजी नम्बर 665 पर भले अन्य भवन बने हो मगर उसके नम्बर से उन भवनों की शिनाख्त हो सकती है। इस भवन को मकान नम्बर ही एलाट नही है ऐसा सूत्र बताते है।

इस मकान में एक मालिकाना हक आबिद हुसैन के पुत्र हामिद हुसैन भी बताते है। वही परवेज़ मेहंदी का भी कहना है कि कुछ हिस्सा भवन का उन्होंने भी खरीदा है। इस भवन का मालिकाना विवाद काफी पुराना है। इस भवन के कुछ मालिकाना हक रखने वाले लोग अन्य शहरो में रहते है। इस दरमियान बताया जाता है कि हामिद हुसैन ने परवेज़ मेहंदी उर्फ़ ज़िब्ते हसन से इस भवन के निर्माण का बिल्डर कॉन्ट्रैक्ट कर डाला। भवन निर्माण भी शुरू हो गया और वीडीए ने अपने हथौड़े चला कर अवैध निर्माण को ध्वस्त भी कर डाला।

कौन है परवेज़ मेहंदी उर्फ़ सिब्ते हसन

परवेज़ मेहंदी उर्फ़ सिब्ते हसन वैसे तो बिल्डर है। मगर विवादों से पुराना नाता रहा है। अभी कुछ दिन पहले तक एक वारंट के साथ चौक पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। मिली जानकारी के अनुसार परवेज़ मेहंदी ने चौक पुलिस को ये बताया था कि परवेज़ मेहंदी अपना मुंबई में इलाज करवा रहे है। मगर हमारे सूत्र इस बात की पुष्टि नही करते है। परवेज़ मेहंदी केवल अपनी गिरफ़्तारी के डर से पुलिस के सामने नहीं आ रहे थे ये बात हमारे सूत्र बताते है।

पुलिस सूत्रों की माने तो एक गंभीर मामले में पुलिस इनको वारंट लेकर तलास रही थी। वैसे परवेज़ मेहंदी के भाई ने इस मामले में वक्त लेकर मामले को आगे के लिए बढ़ा दिया। मगर वीडीए ने प्रकरण में कोई ढिलाई नही दिया और अपनी कार्यवाही सुनिश्चित समय पर कर डाली। वीडीए की कार्यवाही के दरमियान चेतगंज पुलिस प्रकरण में सिब्ते हसन को बुला रही थी। मगर सिब्ते हसन नहीं आये।

बहरहाल, वीडीए की कार्यवाही के दरमियान सड़क को बंद कर दिया गया था। इस दौरान ज़ोनल अधिकारी वीरेंद्र प्रताप मिश्रा (क्षेत्रीय जोनल) एवं परमानन्द यादव (संयुक्त सचिव) अवर अभियंता सुरेन्द्र सिंह यादव (क्षेत्रीय अवर अभियंता), रामचन्द्र, प्रमोद कुमार तिवारी, पीएन दुबे, हीरालाल गुप्ता एवं आनंद कुमार अस्थाना सहित चेतगंज के पानदरीबा चौकी इंचार्ज सहित पुलिस बल मौजूद रहा।

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