वसूलो वाला डकैत: लुटेरे बोले हम महिलाओं का सम्मान करते है उनके जेवर नहीं उतारते, शोर मचाया तो गोली मार देंगे

तारिक खान\शाहीन बनारसी

बरेली। बरेली के नवाबगंज में बरौर गांव में सोमवार की रात सीमेंट-सरिया के कारोबारी जलीस अहमद के घर में दीवार फांदकर दर्जन भर डकैत घुस गये। घर में घुसे डकैतों ने 15 लाख रुपये कैश, पांच लाख के जेवर और एक कार लूट ले गये। डकैतों द्वारा लुटी हुई कार मंगलवार की दोपहर को फरीदपुर में हाईवे के किनारे एक ढाबे के पास पायी गयी। मगर डकैतों का कोई सुराग नहीं मिला। बताया जा  रहा है कि जिस घर में लुट की घटना को अंजाम दिया गया। उस घर में सीमेंट-सरिया के अलावा जलीस का आरा मशीन, गुड़ और प्रापर्टी डीलिंग का भी कारोबार होता है।

बहगुल नदी के पुल के पास अपने खेत में बने दोमंजिले मकान के ऊपरी हिस्से में उनका परिवार रहता है। घर के नीचे ही सरिया-सीमेंट का गोदाम है। जलीस अहमद ने घटना के सम्बन्ध में बताते हुए कहा कि सोमवार की रात करीब 12।30 बजे 12 नकाबपोश बदमाश पीछे की दीवार पर चढ़कर घर में घुस आए। घर में घुसने के बाद सबसे पहले बदमाशो ने घर में सो रहे जलीस अहमद, उनकी पत्नी मुन्नी, बेटे जावेद, जुबैद, छोटू और जावेद की पत्नी निशा व बहन हिना को जगाकर पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया। उसके बाद बदमाशों ने दो घंटे तक लूटपाट की और जाते समय जलीस की कार भी ले गए। पीड़ित परिवार द्वारा जब 112 न० पर डायल करके सुचना दी गयी तो मौके पर पुलिस पहुंची। सुबह होने पर आईजी रमित शर्मा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण व एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम से जांच कराने के साथ जिले की सीमाओं पर चेकिंग देर आये, दुरुस्त आये की तर्ज पर शुरू कराई गई।

कारोबारी जलीस अहमद के बताने के मुताबिक घर में डकैती के दौरान बदमाशों ने महिलाओं के प्रति काफी नरम और सम्मानजनक रवैया अपनाया। महिलाएं शरीर पर लाखों के जेवर पहने हुए थीं, लेकिन बदमाशों ने उन्हें छुआ तक नहीं। उल्टे डरी हुई महिलाओं को यह कहते हुए दिलासा दिया कि हम उसूलों वाले डकैत है। हम औरतों के जेवर नहीं उतरवाते। दो घंटे तक लूटपाट के दौरान उन्होंने किसी के साथ मारपीट या बदसलूकी भी नहीं की। इतना ही कहा कि जैसा वे कह रहे हैं, वैसा-वैसा करते रहो, वर्ना सीधे गोली ही मारेंगे। जलीस अहमद के परिवार के मुताबिक सभी बदमाश 24-25 साल के थे। उनकी भाषा भी स्थानीय थी।

लूटपाट के बाद जाते समय बदमाशों ने कार की चाबी मांगी तो घर के लोगों ने बहाना बनाने की कोशिश की। इस पर बदमाशों ने उन्हें धमकाया तो घर की एक महिला ने उन्हें चाबी दे दी। कार ले जाने से पहले बदमाशों ने उनसे कहा, परेशान मत होना। गाड़ी अपने साथ नहीं ले जाएंगे, रास्ते में कहीं छोड़ देंगे। जल्दी निकलना है इसलिए कार लेकर जा रहे हैं। हैरानी की बात तो यह हुई की डकैतों ने जैसा कहा था वैसा ही किया। बदमाशों ने किया हुआ वायदा पूरा किया और कार फरीदपुर में ढाबे के पास छोड़ गए।

बदमाशों ने तमंचों के जोर पर घर की महिलाओं और पुरुषों को अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया। शोर मचाने पर गोली मार देने की धमकी देने के बाद दोनों कमरों के बाहर एक-एक बदमाश भी खड़ा हो गया। सबसे पहले बदमाशों ने घर में रखे सभी मोबाइल फोन और अलमारियों की चाबियां कब्जे में लीं। तीन अलमारियों के लॉक जब नहीं खुले तो उन्हें तोड़ दिया। जिस कमरे में महिलाएं बंद थीं, उसकी खिड़की में ग्रिल नहीं लगी थी। बदमाशों के जाने के बाद महिलाएं खिड़की से बाहर निकलीं, फिर दूसरे कमरे में कुंडी खोलकर पुरुषों को बाहर निकाला। जो कार बदमाश ले गए, वह जलीस के बेटे जावेद की शादी में मिली थी। फरीदपुर में कार मिलने के बाद उसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। डकैतों के इस वसूल वाली बात की पुरे जनपद में चर्चाये है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *