महंत अवेद्यनाथ जी के प्रतिमा का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया अनावरण

ए0 जावेद

गोरखपुर। महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय जंगल कौड़िया परिसर में ब्रह्मलीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेधनाथ जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश डॉ दिनेश शर्मा की उपस्थिति में किया। इस अवसर पर सांसद विधायक डीएम एसएसपी सहित अन्य जनप्रतिनिधि अधिकारीगण मौजूद रहे। 12 फीट ऊंची यह कास्य प्रतिमा का निर्माण जयपुर के प्रसिद्ध मूर्तिकार ने किया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा लोकार्पण का समय 13 अक्तूबर 12 बजे निर्धारित होने के बाद ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ राजकीय महाविद्यालय जंगल कौड़िया में निकट ही हेलीपैड का निर्माण भी लोकनिर्माण विभाग ने शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री यहां महाविद्यालय के लोकार्पण एवं महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा के अनावरण के लिए हेलीकाप्टर से ही आएंगे। यहां पर निर्माणाधीन महंत अवेद्यनाथ राजकीय स्टेडियम परिसर में सीएम योगी आदित्यनाथ एक बड़ी जनसभा को संबोधित भी करेंगे। लोकार्पण की तैयारियों में जुटा राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह के निर्देशन में टीम दिन रात जुटी हुई है।

रविवार को भी उच्च शिक्षा अधिकारी एके मिश्रा, राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह, प्राचार्य डॉ0 जय प्रकाश सिंह, डॉ0 शैलेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ0 जे0बी0 सिंह, आर0के0 श्रीवास्तव,‌ अमरनाथ तिवारी, संतोष राय, राजकीय निर्माण निगम के अवर अभियंता आर0 के0 यादव, उपजिलाधिकारी कैम्पियरगंज पंकज दीक्षित, सीओ कैम्पियरगंज अजय कुमार सिंह, कानूनगो माधवेंद्र प्रताप सिंह, थानाध्यक्ष शम्भू नाथ सिंह ने तैयारियों का जाएजा लिया। दूसरी ओर भाजपा नेता भी जनसभा में ज्यादा से ज्यादा लोगो की भीड़ जुटाने में तैयारी में रत हैं।

ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 12 फीट उंची प्रतिमा 12 क्विंटल वजन की है। इसका निर्माण कांस्य से किया गया है। प्रतिमा के ऊपर 8 फीट का डाया डोम है। इस डोम को 14 फीट उचे 4 नक्काशीदार खंभे पर टिकाया गया है। प्रतिमा 3.5 फीट चौड़े 2 क्विंटल के कांस्य पैडेस्टल पर प्रतिष्ठित है। प्रतिमा का निर्माण लखनऊ के आरवेसा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड फर्म में किया है। अभी इसी माह ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 7वीं पुण्यतिथि मनाई गई है। यह प्रतिमा उन्हें अपने शिष्य की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि है। प्रतिमा का निर्माण करने में 45 दिन का समय लगा। बिहार के मूर्तिकार मनोज ‘पंडित ने पहले मिट्टी से ब्रह्मलीन महंत की प्रतिमा बनाई। संतुष्ट होने के बाद मिट्टी की प्रतिमा पर जयपुर के मूर्तिकार अमित कुमार ने में ढाला। तकरीबन 15 क्विंटल वजनी इस प्रतिमा के उपर डोम का निर्माण कोलकाता के कुशल कलाकारों ने किया।

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