Allahabad

प्रयागराज हिंसा: 3 एफआईआर, 68 गिरफ्तारियो के बीच हुई संगम नगरी की शांत सुबह, पढ़े लेटेस्ट अपडेट

तारिक़ खान संग शाहीन बनारसी

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुक्रवार दोपहर बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। अब तक 68 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में भड़की हिंसा के मामलों में अब पुलिस की कार्रवाई शुरू हो गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में हिंसा करने वालों और हिंसा भड़काने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसके बाद शुक्रवार के दूसरे पहर में प्रदेश के विभिन्न इलाकों में हिंसा करने वालों या भड़काने का प्रयास करने वाले 227 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रयागराज में सबसे अधिक हिंसा भड़काने का प्रयास किया गया। यहां हमलावर भीड़ के बीच एडीजी, कमिश्नर और अधिकारी खुद घुस गए। एडीजी को हिंसा करने वालों के बीच घुसकर लाठी भांजता देख पुलिसकर्मी भी जोश में आए और उपद्रवियों पर काबू पाया जा सका। प्रयागराज में शनिवार को सुबह भी हालात तनावपूर्ण बने हुए थे। पुलिस ने चारो तरफ घेराबंदी कर रखी है। बाजार बंद दिख रहे हैं।

यूपी के प्रयागराज में शुक्रवार को दोपहर बाद नुरुल्ला रोड, शौकत अली मार्ग और अटल चौराहा के पास बवाल शुरू हुआ तो अफसरों ने स्थिति को संभालने के लिए खुद ही मोर्चा संभाल लिया। पथराव कर रही भीड़ से घिरे अफसरों ने डंडा चलाने में देर नहीं की। इससे जवानों का मनोबल बढ़ गया और उन्होंने लाठी चलाकर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। इस दौरान कई अधिकारी और डीएम भी चोटिल हुए। दरअसल, शुक्रवार दोपहर बाद अचानक नुरुल्ला रोड और रोशन बाग के शौकत अली र्मा से बड़ी संख्या में लोग गलियों से होते हुए अटल चौराहा के पास पहुंचे थे। उस समय एडीजी प्रेम प्रकाश, आईजी डॉ0 राकेश सिंह, डीएम संजय खत्री, एसएसपी अजय कुमार समेत कई अधिकारी क्षेत्र में स्थिति का जायजा ले रहे थे। इसी दौरान पत्थरबाजी होने लगी। अधिकारियों ने जैसे ही स्थिति को भांपा, डंडा उठाया और पथराव करने वाली भीड़ में घुस गए। आरएएफ के जवानों ने अधिकारियों को लाठियां भांजते देखा तो उन्होंने भी बिना देर किए लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद पत्थरबाज उपद्रवी भागने लगे। पुलिस, पीएसी और आरएएफ ने अटल चौराहा की घेराबंदी कर उपद्रवियों को गलियों में दौड़ाना शुरू किया।

प्रयागराज हिंसा मामले में 3 एफआईआर दर्ज किया गया है। इसमें 36 लोगों को नामजद किया गया है। वहीं, एक हजार अज्ञात लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। अब तक शुक्रवार को दोपहर बाद हुई हिंसा मामले में 68 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश में सबसे अधिक गिरफ्तारी यहीं से हुई है। हाथरस से 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, सहारनपुर से 48 लोगों को उपद्रव के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसी प्रकार हिंसा और उपद्रव के आरोप में आंबेडकर नगर में 28, मुरादाबाद में 25 और फिरोजाबाद में 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पैगंबर पर विवादित बयान देने के कारण बीजेपी से सस्पेंड हुईं नूपुर शर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रयागराज, मुरादाबाद और सहारनपुर में शुक्रवार को बवाल, पथराव ‌और आगजनी हुई। लखनऊ में टीले वाली मस्जिद, फिरोजाबाद, अलीगढ़, बिजनौर, हाथरस, अंबेडकरनगर में भी बवाल करने की तैयारी थी, लेकिन पुलिस-प्रशासन सख्ती ने इसे नाकाम कर दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बवाल व हिंसक प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उपद्रव करने के आरोप में पुलिस ने शनिवार सुबह तक 227 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

पिछले शुक्रवार को नमाज के बाद कानपुर में भड़की हिंसा के मद्देनजर इस बार पुलिस सतर्क थी। डीजीपी मुख्यालय से भी संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरते के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज में काफी बवाल हुआ। खुल्दाबाद थाने के अटाला इलाके में उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए। पीएसी की गाड़ी व एक अन्य वाहन में आग लगा दी। पुलिस अफसरों की गाड़ियों को भी पत्थरों से निशाना बनाया गया। इसके बाद पुलिस, पीएसी और आरएएफ ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ना शुरू किया। कुछ जगहों पर आंसू गैस का इस्तेमाल भी किया गया। पत्थरबाजों ने एक-दो जगह बच्चों को आगे किया पर पुलिस की सख्ती के आगे उनकी एक न चली। पथराव में आरएएफ, पुलिस और मीडिया कर्मियों के साथ आम लोग भी चोटिल हुए हैं। प्रयागराज में देर रात तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया था

एडीजी जोन प्रेम प्रकाश का कहना है कि यह उपद्रव साजिशन हुआ है। बवाल के पीछे लेफ्टिस्ट संगठनों का हाथ है। सीएए और एनआरसी के आंदोलन को भड़काने वाले लोग भी इसके पीछे शामिल हैं। सारा खान, शाह आलम के साथ ही एआईएमआईएम और सपा के कुछ नेता भी इसमें शामिल हैं। इन लोगों ने बच्चों-किशोरों को आगे कर गोरिल्ला वॉर की। उपद्रवियों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट और एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ में टीले वाली मस्जिद पर नमाज के बाद नारेबाजी हुई हालांकि पुलिस के सख्त रुख की वजह से बात आगे नहीं बढ़ी। बिजनौर में सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वाले युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से लौटकर अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी को बुलाकर हालात की जानकारी ली। उन्होंने प्रशासन को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि अराजक तत्वों को बक्शा नहीं जाएगा। हुड़दंग, कानून तोड़ने वालों को चिह्नित कर सख्त ऐक्शन लिया जाएगा। सीएम के निर्देश के बाद पुलिस की ओर से कार्रवाई तेज कर दी गई है।

जनपद में लगी धारा 144, हिंसा में मिला पुलिस को अतीक कनेक्शन

प्रयागराज हिंसा मामले में तनाव को देखते हुवे जनपद में धारा 144 लागू कर दिया गया है। इस दरमियान हिंसा का सम्बंध माफिया डॉन अतीक से भी निकल रहा है। बताया जा रहा है कि हिंसा प्रकरण में गिरफ्तार AIMIM का जिलाध्यक्ष शाह आलम अतीक का करीबी है। पुलिस अतीक कनेक्शन पर भी जांच कर रही है।

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