चप्पे चप्पे पर मुस्तैद रही वाराणसी पुलिस कमिश्नर @SatishBharadwaj की @varanasipolice , सकुशल अमन-ओ-सुकून और आपसी भाईचारे के साथ गुज़रा साठा

ए0 जावेद

वाराणसी: विजय दशमी और साठा एक ही दिन पड़ने के बाद शांति व्यवस्था के लिए चिंतित वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस आज चप्पे चप्पे पर अहल-ए-सुबह से मुस्तैद रही। समाचार लिखे जाने तक साठे का जुलूस फातमान इमामबाड़े में सकुशल पहुच चूका है और वहा मजलिसो का दौर जारी है। वही दूसरी तरफ वाराणसी में विजय दशमी के अवसर पर रावण दहन की भी तैयारिया चल रही है।

वाराणसी में आज अज़ा-ए-हुसैन के आखिरी दिन साठा और विजय दशमी दोनों एक साथ है। इस दो मौके एक साथ पड़ने पर शांति व्यवस्था को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की टीम ने तैयारिया पहले ही कर रखा था। जिसके क्रम में आज सुबह से ही मुस्तैदी के साथ पुलिस टीम शहर के एक एक गलियों में चक्रमण कर रही थी। सुबह लगभग 8 बजे दालमंडी से अंजुमन हुसैनिया के जानिब से निकलने वाला साठे का जुलूस जो अज़ा-ए-हुसैन के आखरी दिन निकलता है। अपने कदीमी तरीकत से निकला और शहर की फिजा में “आई ज़ेहरा की सदा, ए हुसैन अलविदा” की सदा गूंज उठी।

साठे के इस जुलूस के लिए आज अहल-ए-सुबह 6 बजे से ही एसीपी दशाश्वमेघ अवधेश कुमार पाण्डेय, चौक इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा, दालमंडी चौकी इंचार्ज अजय कुमार सहित चेतगंज एसीपी, थाना प्रभारी चेतगंज राजेश सिंह अपनी टीम के साथ सडको पर मौजूद थे। इसके अलावा डीसीपी वरुण और काशी भी शहर में चक्रमण कर रहे थे। खुद सीपी ए सतीश गणेश पल पल की गतिविधियों पर नज़र रखे हुवे थे।

आपसी भाईचारे और मिल्लत-ओ-मुहब्बत का मरकज़ दिखाई देता है काली महल पर। मिश्रित आबादी वाले इस क्षेत्र में दो पंडाल है। जुलूस की सदा आते ही पंडालो में बज रहे डीजे बंद हो गए। श्रद्धालू पंडालो से बाहर आकर अदब से खड़े हो गये। जुलूस गुज़र गया तब फिर से पंडाल में डीजे बजने लगा। इसको कहते है गंगा जमुनी तहजीब।

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