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हालात बयाँ करता देखे वीडियो और सोचे इस अन्धविश्वासी शिक्षा को: महोबा में मिड-डे मील खाने से बीमार हुई 15 छात्राओं को इलाज हेतु अस्पताल नही ले गए बल्कि तांत्रिक को बुला कर करवाने लगे झाड-फुक

शाहीन बनारसी

डेस्क: अन्धविश्वास को शिक्षा से दूर किया जा सकता है। यह पढ़ते हुवे हमारा बचपन गुज़र गया। जहा अंधविश्वास होता है वहा इस अधियारे को दूर करने के लिए शिक्षा का चराग जलाया जाता है। मगर जब शिक्षा ही अन्धविश्वासी हो जाए तब तो शायद समाज का भगवान ही भला कर सकता है। मामला जानकार आप भी असमंजस में पड़ जायेगे कि आखिर शिक्षा अन्धविश्वासी कैसे हो सकती है। उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में स्थित एक विद्यालय में मिड डे मील खाने के बाद 15 छात्राओं की हालत बिगड़ गई।

शिक्षा के मंदिर में अन्धविश्वास ने पाँव फैलाया और बीमार हुई छात्राओं को अस्पताल ले जाने के जगह तांत्रिक को बुलवा कर उससे झाडफुक करवाना शुरू कर दिया। मौके का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। तांत्रिक 2 घंटे तक छात्राओं की झाड़-फूंक करता रहा। ग्रामीणों के मुताबिक स्कूल में भूत-प्रेत का साया है। हालांकि बच्चियों का झाड़-फूंक कराने की सूचना पर सीओ और एसडीएम मौके पर पहुंचे। टीम ने तांत्रिक को स्कूल से खदेड़ कर छात्राओं को इलाज के लिए सीएचसी पहुंचाया।

मिल रही जानकारी के अनुसार महोबा जनपद के पनवाड़ी स्थित महुआ गांव के कन्या प्राइमरी विद्यालय में सोमवार को मिड डे मील का भोजन करने के बाद 15 छात्राओं की हालत बिगड़ गई। कुछ छात्राएं बेहोश होने लगी हैं। यह खबर ग्रामीणों में पहुंच गई। किसी ने यह सूचना गांव के एक तांत्रिक को दे दी। वह भी स्कूल पहुंच गया। ग्रामीणों का मानना है कि स्कूल से कुछ दूरी पर एक मंदिर है, जहां पर तंत्र-मंत्र किया गया। इसका असर स्कूल में हुआ और 15 छात्राओं की हालत बिगड़ गई। शिक्षक और प्रिंसिपल भी अपने कर्त्तव्य भूल के बैठे थे और उन्होंने भी ग्रामीणों का साथ दिया।2 घंटे तक तांत्रिक अपनी तंत्र विद्या दिखाता रहा। छात्राओं की हालत बिगडती रही।

इसी दरमियान किसी ने इसकी जानकारी स्थानीय क्षेत्राधिकारी और एसडीएम को दिया। सुचना पकार मौके पर पहुचे क्षेत्राधिकारी ने सबसे पहले तो तांत्रिक को विद्यालय से खदेड़ डाला। उसके बाद एम्बुलेंस मंगवाई गई। तब तक एसडीएम भी मौके पर पहुचे और उन्होंने सभी छात्राओं को एम्बुलेंस से नजदीक के सीएचसी में भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। एसडीएम ने बताया कि मिड डे मील का सैंपल फूड इंस्पेक्टर को देकर जांच के आदेश दिए हैं। कुलपहाड़ के एसडीएम अरुण दीक्षित बताते हैं कि मिड डे मील में बने भोजन का सैंपल फूड इंस्पेक्टर को देकर जांच कराई जा रही है। अधिक ठंड होने के चलते बच्चे बीमार हुए हैं। हर पहलू से जांच कराई जा रही है। हालत बिगड़ने वाली सभी छात्राओं की उम्र लगभग 9 से 13 साल के बीच है। कुछ छात्राओं ने बताया कि 2-3 दिन पहले भी बच्चों की हालत बिगड़ी थी, लेकिन कुछ समय बाद वह ठीक हो गए। कुछ ही बच्चे थे इसलिए किसी ने ध्यान नहीं दिया। अब 15 छात्राओं की हालत बिगड़ गई।

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