डीएम ने किया प्राथमिक विद्यालय राजापुर का औचक निरीक्षण, परखी व्यवस्थाएं, डीएम ने स्वयं चखा मिड डे मील

फारुख हुसैन

लखीमपुर(खीरी): पठन पाठन की गुणवत्ता, स्कूल की साफ-सफाई, शिक्षकों व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता इत्यादि का जायज़ा लेने के उद्देश्य से डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने मंगलवार को ब्लाक लखीमपुर के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय राजापुर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्रधानाध्यापिका ऋतु अवस्थी, सहायक अध्यापक सहायक अध्यापिका दिव्या गौतम, जूली गौतम, अंजू राणा, शिवानी श्रीवास्तव, सविता दीक्षित मौजूद मिली।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने शिक्षकों की उपस्थिति के सम्बंध में भी बच्चों से ही पूछताछ की। प्रधानाध्यापिका ने डीएम को बताया कि विद्यालय में नामांकित बच्चों की कुल संख्या 381 है, जिसमें 179 छात्र व 192 छात्राएं हैं। आज 168 विद्यार्थी उपस्थित हैं। डीएम ने कक्षा में छात्रों से पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्कूल में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को मन लगाकर पढ़ाई करने और अपने परिवार व जिले का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया। डीएम ने शिक्षण स्टाफ को निर्देश दिया कि बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ सांस्कृतिक, खेल व उनके रूचि के अनुसार जागरूक भी करें।

डीएम ने बच्चों से विभिन्न रंगों, आकृतियों के बारे में पूछते हुए बच्चों को दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता की परख की। साथ ही पठन पाठन,साफ सफाई, मध्याह्न भोजन आदि की जांच की। निरीक्षण के दौरान डीएम ने विद्यालय की दीवारों पर BALA पेंटिंग के अन्तर्गत गणित, सामान्य ज्ञान, एवं भाषा की थीम पर आधारित पेंटिंग कार्य की सराहना की। डीएम ने चखा मिड डे मील, परखी गुणवत्ता प्राथमिक विद्यालय राजापुर के निरीक्षण के दौरान भोजन अवकाश चल रहा था, रसोईया द्वारा बच्चों को दाल-चावल परोसा जा रहा था। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने एक थाली में भोजन निकलवाया, उसे ग्रहण करते हुए उसकी गुणवत्ता परखी और भोजन ग्रहण करते बच्चों को दुलारा। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए कि मिड डे मील के दौरान नौनिहाल इधर-उधर नहीं बल्कि उन्हें पट्टी पर बैठाकर सुव्यवस्थित तरीके से अपनी देखरेख में भोजन ग्रहण कराएं।

मंगलवार को ब्लाक लखीमपुर के ग्राम राजापुर में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने अपनी धर्मपत्नी, आकांक्षा चीफ अल्पना सिंह के साथ औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के आवासन, पानी की व्यवस्था,साफ सफाई, आपदा प्रबंधन हेतु इंतज़ाम, खाने, पीने की व्यवस्था जैसे बुनियादी मुद्दों की पड़ताल की। छात्राओं के अध्यन कक्षों, शयन कक्षों, रसोई और रसोई के खाने में प्रयोग होने वाली वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच की।

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