कथित पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी के खुदकुशी पर सपा मुखिया अखिलेश ने उठाये सवाल, पूछा कौन ज़िम्मेदार ?

शाहीन बनारसी

डेस्क: झांसी में कथित पुलिस एनकाउंटर में मारे गये पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी के खुदकुशी से मौत प्रकरण में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, “स्व। पुष्पेंद्र यादव की पत्नी की आत्महत्या, सत्ता में विश्वास की हत्या है। किसी को आत्महत्या के लिए मजबूर करना दरअसल हत्या ही है।”

जालौन के आटा थाना क्षेत्र के ग्राम पिपराया निवासी राकेश यादव ने अपनी बेटी शिवांगी (25) की शादी, साल 2019 में झांसी के करमुखा निवासी पुष्पेंद्र यादव से की थी। शादी के 4 महीने बाद ही, 5 अक्टूबर को झांसी जिले में ही पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव को कथित एनकाउंटर में मार गिराया था। पुष्पेंद्र यादव झांसी के करगुआं गांव का निवासी था। उसके पिता सीआईएसऍफ़ में थे। पिता की आंखों की रोशनी चले जाने के बाद पुष्पेंद्र के बड़े भाई रवींद्र को उनकी जगह नौकरी मिल गई थी, जबकि पुष्पेंद्र का एक और भाई दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता है। बताया जाता है कि पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थे, जिनसे वो बालू और गिट्टी की ढुलाई करता था।

दरअसल, झांसी पुलिस ने आरोप लगाया था कि पुष्पेंद्र अपने दो साथियों के साथ 5 अक्टूबर, 2019 की रात वह मोठ थाने के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान पर हमला करने के बाद उनकी कार लूटकर भाग रहा था। जिसके चलते पुलिस ने पुष्पेंद्र को गुरसराय थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ में कथित तौर पर मार दिया था। पुलिस के मुताबिक उसके 2 साथी भाग निकले थे। पुलिस का ये भी आरोप है कि पुष्पेंद्र की कार से दो तमंचे कारतूस और मोबाइल भी बरामद किए गए।

वही इस एनकाउंटर को फर्जी बताकर पत्नी शिवांगी यादव और परिवार के सदस्यों ने इलाहाबाद हाई कोट में अपील दयार की थी, जिसमें एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही करने का कोर्ट ने आदेश दिया था। इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर पांच महीने पहले मोठ में एक मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी यादव वादी थी। इस केस में तत्कालीन मोठ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र चौहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी जांच सीबीसीआईडी कर रही है। झांसी के गुरसराय थाने में भी पुष्पेंद्र के भाई ने एक मामला दर्ज कराया था।

शिवांगी के आत्महत्या मामले में मिली जानकारी के अनुसार, शिवांगी यादव पति की मौत के बाद से जालौन के पिपरायां में अपने मायके में रह रही थीं, जहां मंगलवार (28 मार्च) रात उन्होंने फांसी लगा ली, जिससे उनकी मौत हो गयी। हालांकि, शिवांगी यादव ने किस वजह से खुदकुशी की है, इसका स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है।

घटना कल बुद्धवार सुबह की है जब शिवांगी अपने कमरे से बाहर नहीं निकली तो मां चतुरा को शक हुआ। उन्होंने कमरे में जाकर देखा तो शिवांगी का शव दुपट्टे से लटका हुआ मिला, जिसके बाद उनके होश उड़ गये। परिजनों ने तुंरत घटना की सूचना आटा थाने को दी। थानाध्यक्ष अर्जुन सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। पुलिस ने घर वालों का बयान ले लिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी है।

समाजवादी पार्टी की तरफ से किये गये ट्वीट में कहा गया, “योगी सरकार में फेक एनकाउंटर के कारण उजड़ गया हंसता खेलता परिवार! झांसी में सीएम के स्वजातीय पुलिसकर्मी द्वारा फेक एनकाउंटर में मृत हुए पुष्पेन्द्र यादव की पत्नी ने न्याय ना मिलने के कारण की आत्महत्या, अत्यंत दुःखद। सदमे में दादी की भी हो चुकी है मौत। सीएम योगी हैं इसके जिम्मेदार।”

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