तारिक़ खान
डेस्क: दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के ख़िलाफ़ रविवार को हुई पुलिस कार्रवाई को लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। देश के एक हज़ार से अधिक बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, वकीलों, अकादमिक शख़्सियतों ने इसे लेकर बयान जारी किया है और रविवार को ‘लोकतंत्र के लिए काला दिन’ बताया है। बताते चले कि दिल्ली में जंतर मंतर पर बीते करीब एक महीने से महिला पहलवान और उनके समर्थक बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ धरना दे रहे हैं।
उधर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने भी एक बयान में सभी गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों को तुरंत रिहा करने की मांग की है और महिला पहलवानों और प्रदर्शनकारियों पर दिल्ली पुलिस द्वारा बल प्रयोग की तीखी आलोचना की है। एसकेएम ने चेतावनी दी है कि जब तक यौन उत्पीड़न के दोषियों को गिरफ़्तार और दंडित नहीं किया जाता तब तक संघर्ष को और तेज किया जाएगा।
आदिल अहमद डेस्क: मणिपुर के मैतेई बहुल थौबल ज़िले में भीड़ द्वारा कुकी-ज़ोमी समुदाय की…
प्रमोद कुमार डेस्क: मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष की व्यापक जांच के लिए केंद्रीय…
शफी उस्मानी डेस्क: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कथित यौन उत्पीड़न मामले में जेडीएस नेता…
जगदीश शुक्ला डेस्क: कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष…
अनुराग पाण्डेय डेस्क: कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश से बीते सप्ताह स्कूल सेवा आयोग की…
मो0 कुमेल डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रज्वल रेवन्ना के कथित यौन उत्पीड़न वीडियो…