शाहीन बनारसी
डेस्क: इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने अपने अध्ययन में पाया है कि युवाओं में अचानक मौत होने के मामलों का कोविड टीकाकरण से कोई संबंध नहीं है। लेकिन आईसीएमआर ने अपने अध्ययन में पाया है कि कोविड-19 की वजह से अस्पताल में भर्ती होने, असमय मौत के पारिवारिक इतिहास, जीवनशैली से जुड़े कुछ विशेष व्यवहारों के चलते युवाओं में असमय एवं अस्पष्ट मौत होने की आशंकाएं बढ़ जाती हैं।
इस अध्ययन में भारत भर के 47 सरकारी अस्पतालों ने योगदान दिया है। इसके साथ ही इस अध्ययन में 1 अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2023 के बीच 18 से 45 साल के उम्र वर्ग वाले युवाओं की मौतों को शामिल किया गया है। इन युवाओं की अस्पताल में भर्ती कराए जाने के 24 घंटे के अंदर मौत हो गयी या अपनी मौत से 24 घंटे पहले तक ठीक दिख रहे थे।
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी के नई सड़क निवासी गुमशुदा प्लास्टिक कारोबारी दावर बेग का अंततः…
तारिक़ आज़मी वाराणसी: वह अपनी रोज़ी रोटी लोगो को भवन के निर्माण का ठेका दिलवा…
एच0 भाटिया बरेली: बरेली में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जहा वर्दी में…
तारिक़ खान डेस्क: वर्दी में एक महिला पुलिस कर्मी को मशहूर सिंगार जुबीन गर्ग को…
ईदुल अमीन डेस्क: इश्क लोगो को निकम्मा बना देता है। यह तो आपने सुना ही…
आफताब फारुकी डेस्क: हिंदू धर्म में शुभ और अशुभ कार्य को लेकर बहुत अधिक मान्यता…