तारिक़ आज़मी
डेस्क: नाम प्रज्वल रेवन्ना, कद पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवीगौड़ा का पोता और वर्त्तमान सांसद, पॉवर पूर्व सीएम कुमारास्वामी का भतीजा। इतना बड़ा कद होने के बाद शक्ति में इजाफा ऐसे कि भारत की सबसे शक्तिशाली पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन। कद इतना ही ऊँचा कि एक पखवारे पहले खुद प्रधानमंत्री मोदी उसके लिए हासन में वोट की अपील करते हुवे पीठ थपथपा रहे थे। इसके बावजूद भला किसकी हुई मजाल जिसने ऐसे वीडियो लीक कर दिया? एक बड़ा सवाल है।
सांसद प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो का राज कैसे खुला, इस रहस्य से पर्दा उठ गया है। इसके पीछे की सच्चाई पूर्व ड्राइवर कार्तिक ने बताई है। कार्तिक ने खुलासा किया कि उन्होंने यह वीडियो बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा को सौंपा था, जो महिलाओं के लिए न्याय की बात करते थे। उन्होंने बताया कि रेवन्ना परिवार ने उन्हें परेशान किया और उनकी जमीन अपने नाम करवा ली। इसके बाद उन्होंने गौड़ा से संपर्क किया।
बताते चले कि राज्य सरकार ने मामले का संज्ञान तब लिया, जब राज्य की महिला आयोग की प्रमुख नागलक्ष्मी चौधरी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पुलिस प्रमुख को ख़त लिखा। नागलक्ष्मी चौधरी ने कहा, ‘हासन में महिलाओं के अश्लील वीडियो पेन ड्राइव में बाँटे जा रहे हैं। ये सोशल मीडिया पर भी शेयर किए गए। ये बहुत चिंताजनक है और इन वीडियो में सैकड़ों महिलाएं हैं। महिला आयोग को भी इस मामले में पेन ड्राइव और शिकायत मिली है।’ महिला आयोग ने सीएम और पुलिस को लिखी चिट्ठी में जांच करने, वीडियो रिकॉर्ड करने और बाँटने वालों को सख़्त सज़ा देने की मांग की गई।
प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप हैं। कई वीडियो वायरल होने के बीच प्रज्वल रेवन्ना के जर्मनी जाने की बात सामने आई है। प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। प्रज्वल रेवन्ना के पिता कर्नाटक में विधायक हैं और चाचा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी हैं। द इंडियन एक्सप्रेस अख़बार ने इस केस पर रिपोर्ट की है और बताया है कि ये केस कैसे खुला? अखबार लिखता है कि जो वीडियो वायरल हुए, पुलिस के लिए उन वीडियो के सोर्स तक पहुंचना काफी अहम था। पुलिस अपनी जांच में हासन के कई लोगों से बात करेगी ताकि जो वीडियो वायरल हुए हैं, उनके सही होने की बात को साबित किया जा सके।
इस केस में जिन लोगों का नाम था, उनमें से एक प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर थे जिन्होंने सात साल की नौकरी के बाद मार्च 2023 में नौकरी छोड़ दी थी। अखबार लिखता है कि ऐसा कहा जा रहा है कि ये ड्राइवर प्रज्वल के परिवार के सदस्य की तरह था। ड्राइवर की प्रज्वल के फोन, इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों तक पहुंच थी। प्रज्वल और ड्राइवर के बीच जब ठन गई तो इसके बाद उसने प्रज्वल को धमकाना शुरू किया। दिसंबर 2023 में ड्राइवर ने पुलिस में शिकायत कर्ज करवाई कि उनकी पत्नी को प्रज्वल ने किडनैप कर लिया है। आरोप लगाया कि प्रज्वल की ओर से 13 एकड़ ज़मीन की मांग की गई थी।
इस वाकये के बाद वीडियो का मुद्दा जनवरी 2024 में हासन में वकील और स्थानीय बीजेपी नेता जी देवराजे गौड़ा ने उठाया। जी देवराजे वही शख़्स हैं, जिनकी कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका के बाद प्रज्वल को बतौर सांसद अयोग्य करार दिया गया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस फ़ैसले पर रोक लगाई थी। देवराजे ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में होले नरसीपुर सीट से चुनाव लड़ा था और प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना के सामने चुनाव हार गए थे।
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