कन्नौज में लॉक डाउन के बीच जुमे की नमाज़ पढने इकठ्ठा हुवे लोगो को समझाने पहुची पुलिस पर किया भीड़ ने हमला
तारिक खान
कन्नौज. पूरी दुनिया में कोरोना से त्राहि त्राहि मची हुई है. इससे हमारा भारत भी अछूता नही है. इसके बचाव के लिए देश में लॉक डाउन है. मगर लोग इसको समझ ही नही पा रहे है कि लॉक डाउन सिर्फ उनकी अपनी सुरक्षा के लिए है. इस दरमियान लोग घूम टहल रहे है. अगर साफ़ शब्दों में कहा जाए तो लोग अपनी हरकतों से बाज़ नही आ रहे है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के कन्नौज का सामने आया है। जहां मनाही के बावजूद कुछ लोग जुमे की नमाज पढ़ने के लिए जमा हुए थे। जब पुलिस मामले की जांच करने और उन्हें समझाने पहुंची तो उन पर हमला कर दिया गया।
कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद ने बताया कि यह मामला कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र के कागजियाने मोहल्ले का है। जहां कुछ लोग जुमे की नमाज के लिए जमा हुए थे। जब जांच के लिए एलआईयु की टीम वहां गई तो उन पर हमला कर दिया गया। हमलावरों ने बड़े बड़े पत्थरों से इन लोगों पर हमला किया। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार पुलिस को लॉक डाउन के दौरान जुमे की नमाज पढ़े जाने की ख़बर मिली थी। इसी की जांच करने के लिए एलआईयू इंस्पेक्टर के साथ एक दरोगा और दो कांस्टेबल पर हमला कर दिया गया। हमले के दौरान एलआईयू इंस्पेक्टर सहित दरोगा और एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में घायल लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पुलिस घरों में घुसकर हमलवारों की तलाश कर रही है। यहां तक कि घटना स्थल के आस-पास ड्रोन कैमरों से निगरानी भी की जा रही है।
जनपद के बाराबंकी में कोरोनो वायरस के खतरे को देखते हुए ज़िले की किसी भी मस्जिद में जुमे की नमाज़ नहीं पढ़ी गई। जहां मुस्लिम समाज ने जिला पुलिस प्रशासन की सलाह का सम्मान किया, वहीं प्रशासनिक अमला भी मुस्तैद दिखाई दिया। जामा मस्जिदों समेत सभी सार्वजनिक स्थलों के पास ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई। डी।एम। और पुलिस अधीक्षक समेत प्रशानिक अमला ईदगाह मैदान में जमा रहा। लॉक डाउन के चलते कोई भी नमाज़ी नमाज़ पढ़ने नही आया।