अलीगढ मॉब लीचिंग प्रकरण: जिस मांस को ‘गोमांस’ बता कर किया कथित गौरक्षको ने मुस्लिम युवको की बर्बर पिटाई, जांच में निकला भैसे का मांस, पुलिस ने बताया वैध तरीके से जा रहा था मांस

तारिक खान
डेस्क: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गोमांस ले जाने के शक में चार मीट कारोबारियों को पीटने के आरोप में पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ़्तार किया है। मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखने वाले मांस कारोबारियों पर कथित गौरक्षको का आरोप था कि वह ‘गोमांस’ लेकर जा रहे थे। इसी आरोप को लगाते हुवे भीड़ की शक्ल में इन कथित गौरक्षको ने मुस्लिम युवको को जान से मार देने की नियत से हमला किया था।

अलीगढ़ के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ‘मांस को जांच के लिए एफ़एसएल लैब भेजा गया था। जांच में ये भैंस का मांस पाया गया है। मीट कारोबारी वैध तरीके से दस्तावेज़ों के साथ मांस ले जा रहे थे। ये गोमांस नहीं था, ऐसे में मीट कारोबारियों पर दर्ज किया गया मुक़दमा जांच के बाद समाप्त हो जाएगा। पुलिस हमलावरों की पहचान कर रही है और जल्द ही इस मामले में और भी गिरफ़्तारियां की जाएंगी।’
शनिवार को कथित गौरक्षकों के एक समूह ने चार मीट कारोबारियों को पीटा था। इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। घायल मीट कारोबारियों का इस समय अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है। घायल हुए तीन लोगों की हालत में सुधार है जबकि अभी चौथे व्यक्ति की हालत गंभीर है। पुलिस ने इस घटना के संबंध में दो मुक़दमे दर्ज किए थे। एक मुक़दमा हमलावरों पर किया गया था और दूसरा मीट ले जा रहे कारोबारियों पर कथित गोमांस की तस्करी के आरोप में दर्ज किया गया था।










