जय हो वाराणसी विकास प्राधिकरण: सील भवन संख्या सीके 43/171-164 पर सील तोड़ दिनदहाड़े हो रहा अवैध निर्माण, थाना चौक की आँखों में धुल झोक रहा बिल्डर शाहिद मौलाना, बिल्डर ने कहा ‘पैसे देकर सब मैनेज है’

तारिक आज़मी
वाराणसी: वाराणसी विकास प्राधिकरण पर अक्सर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते है। मगर शायद यह पहली बार होगा जब एक सप्ताह पहले सील भवन का अवैध निर्माण धड़ल्ले से अवैध रूप से सील तोड़ कर जारी हो गया है। तस्वीरे गवाह है जो लोकेशन के साथ खीची गई है, बताती है कि वाराणसी विकास प्राधिकरण और चौक पुलिस पर गंभीर सवाल है। आखिर कैसे ऐसे खुल्लम खुल्ला अवैध निर्माण हो गया है?



विकास प्राधिकरण के जोनल का कहना है कि ‘मैं इस मामले में खुद जांच करूँगा और यदि सील टूटी है तो जमकर हथौड़े भी चलेगे अवैध निर्माण पर।’ मगर हमारा सवाल ये है कि जैसे बिल्डर ने मुझसे दावा किया कि मोटी रकम से मामला मैनेज हुआ है, तो फिर आखिर जोनल साहब किस मुह से इस अवैध निर्माण पर कार्यवाही करेगे। जबकि इसी भवन के एक हिस्से सीके 43/164 पर वर्ष 2019 में वाराणसी विकास प्राधिकरण ने अक्टूबर माह में वाद संख्या 18/19 के तहत सील किया था। क्या वह फाइल किसी डस्टबीन का हिस्सा बन गई है? आखिर ऐसे कैसे हो सकता है कि जेई जिस दिन छुट्टी पर जाते है उसी दिन धड़ल्ले से अवैध निर्माण चालू हो जाता है। ऐसे में बिल्डर के सब कुछ मैनेज होने के दावो को पूरा बल मिलता है।
बहरहाल साहब, एक बात तो आज के इस ताबड़तोड़ अवैध निर्माण से सिद्ध हो गई है कि पैसो में शक्ति अपार होती है। वाराणसी विकास प्राधिकरण में तो ख़ास तौर पर इन पैसो की शक्ति चलती है। पैसा फेक, तमाशा देख के तर्ज पर सब कुछ होता है। हमारे पर बुद्धवार को हुवे अवैध निर्माण का वीडियो साक्ष्य स्वरुप उपलब्ध है। सील टूटी हुई है और निर्माण खुद भवन स्वामी कुर्सी लगा कर बैठ कर करवा रहा है। इतना बल तो तभी हो सकता है जब सिस्टम को आप पुरे खरीद कर बैठ जाए। ऐसे में बिल्डर शाहिद मौलाना द्वारा हमसे किया गया दावा सत्य साबित होता है।











