माँ की पाबंदियो को नाबालिग बेटी समझती थी बंदिश, आशिक के संग मिलकर किया माँ का क़त्ल, रची झूठी साजिश, पुलिस पूछताछ में खुला ऐसे राज़
मो0 कुमेल
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के चिनहट थाना अंतर्गत सेमरा गांव में एक नाबालिग बेटी ने प्रेमी के संग मिलकर मां ऊषा सिंह (40) की गला रेतकर हत्या कर दी। कुछ ही घंटे में पुलिस ने ऊषा हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए हत्यारोपितों को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। दोनों हत्यारोपी नाबालिग बताए जा रहे है। अब पुलिस दोनों को बाल-सुधार गृह भेजने की तैयारी में जुटी है।
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह के मुताबिक, चिनहट के सेमरा गांव निवासी ऊषा सिंह पति की मौत के बाद बेटी (14) के साथ रहती थी। वह हाउस किपिंग का काम करती थी। वारदात के बाद बेटी ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि शनिवार देर रात घर में घुसे बदमाशों ने मां ऊषा सिंह की गला रेत कर हत्या कर दी थी। इसके बाद कातिल वहां से भाग निकले। सुबह उनसे मां को बिस्तर में मृत हालत में देख फौरन पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी, लेकिन पुलिस को उसकी कहानी पर शक होने लगा।
जांच करने पर पुलिस को पता चला कि वर्ष 2024 में ऊषा सिंह ने आदर्श नगर कॉलोनी मटियारी निवासी किशोर के खिलाफ चिनहट थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमे आरोप लगाया था कि किशोर उनकी बेटी को बहला-फुसला कर अपने साथ भगा ले गया था। हालांकि, पुलिस ने उनकी बेटी को सकुशल बरामद कर किशोर को जेल भेज दिया था। इस घटना के बाद ऊषा सिंह ने बेटी पर सख्त निगरानी रखते हुए प्रेमी से मिलने-जुलने पर लगाई गई पाबंदी लगा रखी थी। जिसके बाद पुलिस ने मृतका की बेटी को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की तब उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
बेटी ने बताया कि मां की पाबंदी से तंग आकर उसने प्रेमी के संग मिलकर हत्या की साजिश रच डाली। साजिश के तहत प्रेमी शुक्रवार रात उसके घर में चुपचाप घुसा और पहले महिला का मुंह दबाया, फिर शीशे के टुकड़े से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान मृतका की बेटी भी उसके साथ थी और उसने हत्या में उसका साथ दिया। शनिवार सुबह जब लड़की ने शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्र हुए और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि पुलिस ने टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया, तब यह स्पष्ट हुआ महिला के करीबी या फिर परिचित ने वारदात को अंजाम दिया है।
घर के दरवाजे टूटे नहीं थे और न घर में लूटपाट के कोई संकेत थे। सब कुछ व्यवस्थित मिला, जिससे शक गहराया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और जांच के बाद पुलिस को लड़की के बयानों में विरोधाभास नजर आया। सख्ती से पूछताछ में लड़की ने सारा सच उगल दिया और हत्या में अपने प्रेमी की भूमिका का खुलासा किया।











