अपनी अदाकारी से हंसाने वाले असरानी ने ख़ुशी के पर्व दीपावली पर इस फानी दुनिया को कहा ‘अलविदा…..!’

ईदुल अमीन
PNN24 न्यूज़ (मनोरंजन डेस्क): पूरे देश में जब खुशियों का पर्व दीपावली मनाया जा रहा था, ठीक उसी दिन मनोरंजन जगत से एक बेहद दुःखद ख़बर सामने आई। अपनी बेहतरीन कॉमेडी और दमदार अदाकारी से दशकों तक लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाले दिग्गज अभिनेता असरानी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने यह ख़बर दीपावली के शुभ दिन पर आई, जिससे उनके फैंस और पूरे बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई।
एक युग का अंत: हर किरदार में जान डालने वाला कलाकार
असरानी ने अपने फ़िल्मी सफ़र में 300 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया, लेकिन उनकी पहचान सिर्फ़ संख्या से नहीं, बल्कि उनके निभाए गए यादगार किरदारों से बनी।
- ‘शोले’ का जेलर: ‘शोले’ फ़िल्म में उनका ‘हम अंग्रेज़ों के ज़माने के जेलर हैं!’ डायलॉग आज भी भारतीय सिनेमा के सबसे मशहूर संवादों में गिना जाता है। इस छोटे से किरदार में उन्होंने जो जान फूंकी, वह उन्हें अमर कर गई।
- कॉमेडी के किंग: उन्होंने सिर्फ़ कॉमेडी ही नहीं, बल्कि संजीदा और नेगेटिव रोल भी किए, लेकिन उनकी टाइमिंग और डायलॉग डिलीवरी का कोई मुकाबला नहीं था। ‘चुपके चुपके’, ‘बावर्ची’ और ‘परिचय’ जैसी फिल्मों में उनकी अदाकारी ने उन्हें हर घर का चहेता बना दिया था।
दीपावली के दिन उनकी ख़बर ने यकीनन कई फैंस की खुशियाँ फीकी कर दी होंगी। अपनी रौशनी से सबको हंसाने वाला सितारा, त्यौहार की रौशनी में ही अस्त हो गया।
दीपावली की ख़ुशी पर शोक का साया
अभिनेता असरानी के निधन की ख़बर ने एक बार फिर यह अहसास कराया कि जीवन कितना अप्रत्याशित है। जिस दिन घर-घर में दीये जल रहे थे और खुशियाँ मनाई जा रही थीं, उसी दिन हिंदी सिनेमा ने अपना एक अनमोल हीरा खो दिया। बॉलीवुड के तमाम सितारों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।
असरानी भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी हंसी, उनकी आवाज़ और उनके यादगार किरदार हमेशा भारतीय सिनेमा के सुनहरे पन्नों में ज़िंदा रहेंगे। PNN24 की तरफ़ से इस महान कलाकार को भावभीनी श्रद्धांजलि।












