चिंता की लहर! रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बाद आइसलैंड में पहली बार मिला मच्छर, क्या जलवायु परिवर्तन है वजह?

आफताब फारुकी
Desk: उत्तरी अटलांटिक महासागर में स्थित दुनिया के सबसे ठंडे देशों में से एक आइसलैंड (Iceland) में इस वर्ष एक अभूतपूर्व घटना दर्ज की गई है। इस देश को अब तक उन गिने-चुने स्थानों में गिना जाता था जहाँ मच्छर (Mosquitoes) नहीं पाए जाते थे, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने यहाँ मच्छरों की मौजूदगी की पुष्टि की है। यह खोज देश में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी और जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के बढ़ते असर की ओर इशारा करती है, जिससे न केवल वैज्ञानिक बल्कि आम नागरिक भी चिंतित हैं।
कैसे हुई यह ऐतिहासिक खोज?
आइसलैंड के कीट उत्साही ब्योर्न हजाल्टासन (Björn Hjaltason) ने रेक्जाविक के दक्षिण-पश्चिम में स्थित कजोस की एक हिमनदी घाटी (glacial valley) में पतंगों (moths) का निरीक्षण करते समय इन मच्छरों को पहली बार देखा।
- 16 अक्टूबर को हजाल्टासन ने अपने घर के पास वाइन-भिगोई रस्सी पर एक अजीब कीड़ा देखा, जिसे उन्होंने तुरंत पकड़ लिया।
- यह कीड़ा एक मादा मच्छर निकला। इसके बाद उन्होंने दो और नमूने (एक नर और एक मादा) पकड़े और पहचान के लिए आइसलैंडिक इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरल हिस्ट्री को भेजे।
- संस्थान के कीटविज्ञानी मैथियास अल्फ्रेडसन (Matthías Alfreðsson) ने पुष्टि की कि ये मच्छर ‘क्यूलिसेटा एनुलाटा’ (Culiseta annulata) प्रजाति के थे। यह प्रजाति यूरोप और उत्तरी अफ्रीका में आम है और ठंडी जलवायु में भी जीवित रहने की क्षमता रखती है।
मच्छर मुक्त क्यों था आइसलैंड?
- आइसलैंड के लंबे समय तक मच्छर मुक्त रहने का मुख्य कारण इसकी अनूठी और कठोर जलवायु रही है।
- यहाँ का मौसम लगातार बदलता रहता है और तापमान बार-बार जमने और पिघलने के चक्र से गुजरता है।
-
मच्छरों को प्रजनन के लिए रुके हुए पानी और एक स्थिर तापमान की आवश्यकता होती है। आइसलैंड की बार-बार जमने वाली ठंड मच्छर के लार्वा को विकसित होने से पहले ही मार देती थी, जिससे उनका प्रजनन चक्र पूरा नहीं हो पाता था।
बदलते मौसम की चेतावनी
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस साल की रिकॉर्ड तोड़ गर्मी ने आइसलैंड के पर्यावरण को मच्छरों के लिए अनुकूल बना दिया है।
-
आइसलैंड के मौसम विज्ञान कार्यालय के अनुसार, इस साल मई महीने में देश में 10 दिनों तक लगातार 20°C से ऊपर तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से कहीं अधिक है। मई में ही देश ने अब तक का सबसे गर्म दिन भी देखा।
- वैज्ञानिकों को डर है कि तापमान में यह वृद्धि क्यूलिसेटा एनुलाटा प्रजाति को सर्दियों में बेसमेंट या खलिहान जैसी आश्रय वाली जगहों में छिपकर जीवित रहने और अगले वसंत तक खुद को स्थायी रूप से स्थापित करने का अवसर दे सकती है।
- यह खोज वैश्विक तापमान वृद्धि और जलवायु परिवर्तन के नाजुक पारिस्थितिक तंत्रों पर पड़ने वाले प्रभावों की एक और कड़ी चेतावनी है। अगर ये मच्छर यहाँ प्रजनन करने लगे, तो डेंगू (Dengue), चिकनगुनिया (Chikungunya) और ज़ीका (Zika) जैसे रोग फैलाने वाले अन्य खतरनाक मच्छर प्रजातियों के लिए भी यहाँ आने का रास्ता खुल सकता है।
यह खोज दुनिया भर में उन वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय है जो इस बात पर नज़र रख रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन किस तरह रोग फैलाने वाले कीटों की भौगोलिक सीमा का विस्तार कर रहा है। Mosquitoes found in Iceland for first time after country witnesses record-breaking heat यह वीडियो आइसलैंड में मच्छरों के पहली बार पाए जाने के कारणों और विवाद पर अधिक जानकारी प्रदान करता है।











