पूर्व राष्ट्रपति को जेल: जानिए कौन हैं निकोला सारकोजी और उन्हें क्यों मिली 5 साल की सज़ा?

शफी उस्मानी
डेस्क: फ्रांस की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आया हुआ है। देश के पूर्व राष्ट्रपति निकोला सारकोजी (Nicolas Sarkozy) को आपराधिक षड्यंत्र से जुड़े एक मामले में 5 साल की जेल की सज़ा मिली है। यह फैसला फ्रांस के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि सारकोजी देश के उन चुनिंदा पूर्व राष्ट्रपतियों में से हैं जिन्हें अपने कार्यकाल से जुड़े मामलों में जेल जाना पड़ा है।

कौन हैं निकोला सारकोजी?
- कार्यकाल: निकोला सारकोजी 2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे। वह अपनी ऊर्जावान, मुखर शैली और आर्थिक सुधारों के प्रति अपने कड़े रुख के लिए जाने जाते थे।
- लोकप्रियता: अपने कार्यकाल के दौरान वह काफी लोकप्रिय रहे, लेकिन बाद के वर्षों में उनके फैसलों और व्यक्तिगत जीवन से जुड़े विवादों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। उनकी हाई-प्रोफाइल शादी और सार्वजनिक जीवन से जुड़ी खबरें भी अक्सर सुर्खियों में रहती थीं।
- कानूनी उलझनें: राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद से ही सारकोजी कई कानूनी जांचों और मुकदमों का सामना कर रहे हैं। इन मामलों ने फ्रांस की राजनीति में शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार के सवाल खड़े किए हैं।
क्या है पूरा मामला और क्यों मिली सज़ा?
सारकोजी को सज़ा मिलने का मुख्य कारण ‘आपराधिक षड्यंत्र‘ (Criminal Conspiracy) से जुड़ा हुआ है।
मामला: यह पूरा मामला सारकोजी के 2007 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के अवैध वित्तपोषण से संबंधित है।
मुख्य आरोप:
- लीबिया से अवैध फंडिंग: सारकोजी पर आरोप है कि उन्होंने लीबिया के तत्कालीन तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी से अपने 2007 के चुनाव प्रचार के लिए अवैध रूप से लाखों यूरो (लाखों डॉलर) की गुप्त फंडिंग ली थी।
- आपराधिक षड्यंत्र: पेरिस की अदालत ने उन्हें इस अवैध धन के लेन-देन और चुनावी फंडिंग की सीमाओं का उल्लंघन करने की ‘आपराधिक साजिश’ का दोषी पाया।
- बदले में वादा: अभियोजन पक्ष के अनुसार, सारकोजी ने इस गुप्त धन के बदले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़े लीबियाई शासन को राजनयिक फायदे देने का वादा किया था।
सजा: अदालत ने उन्हें इस मामले में पाँच साल की सज़ा सुनाई है। हालाँकि, सारकोजी ने इस फैसले को झूठा और अपमानजनक बताते हुए कहा है कि वह निर्दोष हैं और इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।
ऐतिहासिक फैसला और आगे क्या?
- ऐतिहासिक घटना: सारकोजी फ्रांस के पहले ऐसे पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं जिन्हें आपराधिक षड्यंत्र के मामले में जेल की सज़ा सुनाई गई है।
- सज़ा की शुरुआत: सारकोजी को अपनी 5 साल की सज़ा पेरिस की ला सान्ते जेल में काटनी शुरू करनी है।
- एक और मामला: सारकोजी पहले से ही एक अन्य मामले—भ्रष्टाचार और प्रभाव के दुरुपयोग (Corruption and Influence Peddling)—में दोषी ठहराए जा चुके हैं, जिसमें उन्हें एक साल की जेल (जिसे वह घर पर इलेक्ट्रॉनिक टैग के साथ काट सकते हैं) की सज़ा मिली थी।
- सारकोजी का रुख: पूर्व राष्ट्रपति ने बार-बार खुद को राजनीतिक साजिश का शिकार बताया है और कहा है कि वह ‘अंत तक लड़ेंगे’।
यह फैसला दिखाता है कि फ्रांस में कानून की नज़र में कोई भी, चाहे वह देश का पूर्व राष्ट्रपति ही क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है।
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