PNN24 News: शिक्षा के मंदिर में दरिंदगी….! प्रिंसिपल की ‘बेरहम पिटाई’ से छात्राएं हुईं बेहोश, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप
PNN24 News: पीएम श्री कन्या विद्यालय में आज प्रिंसिपल (Principal) की बेरहम पिटाई (pitai) से तीन छात्राएं बेहोश (faint) हो गईं, जिससे स्कूल में हड़कंप मच गया। पिटाई का अमानवीय वीडियो (inhumane video) सोशल मीडिया पर वायरल (viral) हो गया है। आरोप है कि बेहोश होने के बाद भी छात्राओं को पीटा गया, और एक का हाथ टूट गया है। शिक्षा के मंदिर में हुई इस दरिंदगी (darindagi) पर अभिभावकों (parents) और लोगों का भारी गुस्सा फूटा है। जानें पूरा मामला!

रेहान सिद्दीकी
मैहर: शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाली एक बेहद चौंकाने वाली घटना रामनगर के पीएम श्री कन्या विद्यालय में सामने आई है। आज उस समय विद्यालय परिसर में हड़कंप मच गया, जब एक के बाद एक तीन छात्राएं बेहोश होकर गिर पड़ीं। मामले का खुलासा तब हुआ जब छात्राओं के बेहोश होने और उसके बाद मची अफरा-तफरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो के साथ जो आरोप सामने आए हैं, वह हर किसी को स्तब्ध कर देंगे।
बेहोश होने की वजह सुनकर हर कोई हैरान
सूत्रों और पीड़ित छात्राओं के परिजनों के मुताबिक, इन मासूम बच्चियों के बेहोश होने की वजह कोई बीमारी या गर्मी नहीं थी, बल्कि विद्यालय की प्राचार्य द्वारा की गई बेरहम पिटाई थी। बताया जा रहा है कि मामूली गलती पर विद्यालय की प्रिंसिपल ने तीन छात्राओं को इतनी बुरी तरह पीटा कि वह सदमे और दर्द के कारण बेहोश हो गईं। इससे भी ज़्यादा अमानवीय बात यह सामने आई है कि आरोप है कि बेहोश होने के बाद भी छात्राओं को पीटा गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया।
- एक छात्रा का हाथ टूटा: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बेरहमी का शिकार हुई तीन छात्राओं में से एक का हाथ टूट गया है।
- हड़कंप और मांग: छात्राओं के बेहोश होने की खबर मिलते ही उनके अभिभावक और स्थानीय नागरिक विद्यालय पहुंच गए, जहां उन्होंने जमकर हंगामा किया। उन्होंने तत्काल प्रभाव से प्रिंसिपल को निलंबित (Suspend) करने की मांग की है।
- जांच शुरू: घटना की गंभीरता को देखते हुए विद्यालय प्रबंधन ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है, वहीं स्थानीय प्रशासन पर भी सख्त कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है।
प्रिंसिपल पर लगे अमानवीय व्यवहार के आरोप
सवाल यह उठता है कि क्या किसी छोटी सी गलती पर प्रिंसिपल को इस हद तक जाने की अनुमति है? अभिभावकों का कहना है कि शिक्षक का काम मार्गदर्शन करना होता है, न कि इस तरह की बर्बरता करना कि बच्चे शिक्षा के मंदिर में ही मौत के डर से कांपने लगें।
बेहोश होने वाली बच्चियों का इलाज जारी है, लेकिन इस घटना ने स्कूल परिसर में बच्चों की सुरक्षा और शिक्षकों के मानसिक संतुलन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। PNN24 News इस पूरे मामले पर नज़र बनाए हुए है और प्रशासन से मांग करता है कि दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।











