मोकामा का रक्तचरित्र: आंखों पर कॉमेंट, पत्नी को ‘नचनिया’ कहा… दुलारचंद और अनंत सिंह के बीच क्या चल रहा था?

निशा रोहतवी
PNN24 न्यूज़, मोकामा (बिहार)। बिहार की मोकामा सीट एक बार फिर खून और हिंसा के कारण सुर्खियों में है। जन सुराज पार्टी के समर्थक और मोकामा के दबंग माने जाने वाले दुलारचंद यादव की गुरुवार को बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोप सीधे तौर पर जेडीयू प्रत्याशी और ‘छोटे सरकार’ कहे जाने वाले बाहुबली अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर लगा है।

अदावत की शुरुआत: एक समर्थक का ‘विद्रोह’
- पुराना समीकरण: मोकामा के ‘टाल’ क्षेत्र पर दुलारचंद यादव की अच्छी पकड़ थी और वह एक समय में लालू यादव के करीबी और राजनीति में सक्रिय रहे थे। कभी वह अनंत सिंह के समर्थक भी हुआ करते थे।
- बदलती वफादारी: इस चुनाव में दुलारचंद यादव ने अपना खेमा बदल लिया। वह अनंत सिंह के खिलाफ खड़े जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी का खुलकर प्रचार कर रहे थे। दुलारचंद ने तो पीयूष प्रियदर्शी के लिए एक प्रचार गीत भी रिकॉर्ड करवाया था, जिसमें वह स्थानीय लोकगीतों के अंदाज में अनंत सिंह की मुखर आलोचना कर रहे थे।
- अनंत सिंह को चुनौती: दुलारचंद सार्वजनिक मंचों से अनंत सिंह पर तीखी टिप्पणियां कर रहे थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि अब मोकामा में ‘बड़ा सरकार’ आ गया है और वह अनंत सिंह को अब ‘छोटे सरकार’ नहीं मानते।
जब व्यक्तिगत हमले शुरू हुए
जब राजनीतिक प्रतिस्पर्धा निजी हमलों में बदली, तो विवाद चरम पर पहुँच गया। दुलारचंद की हत्या से ठीक पहले, दोनों तरफ से भड़काऊ बयान दिए जा रहे थे:
- ‘आँखों पर कॉमेंट’: दुलारचंद यादव ने कथित तौर पर अनंत सिंह की आँखों पर चश्मा लगाने और उनके घोड़े के घायल होने को लेकर तीखी टिपण्णी की थी।
- पत्नी को ‘नचनिया’ कहना (कथित): मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुलारचंद ने प्रचार के दौरान अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को लेकर भी कुछ अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसमें उन्हें ‘नचनिया’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया। इस तरह की बयानबाजी ने दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच तनाव को भयंकर रूप से बढ़ा दिया था।
अंत: खूनी झड़प और हत्या
गुरुवार को यह अदावत उस समय हिंसक हो गई जब दोनों पक्षों के काफिले बसावनचक गांव के पास चुनाव प्रचार के दौरान आमने-सामने आ गए।
- गोली और गाड़ी: दुलारचंद के परिजनों और समर्थकों का आरोप है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने उनके काफिले पर हमला किया, गोली चलाई और फिर दुलारचंद यादव को पैर में गोली मारकर गाड़ी से कुचल दिया।
- अनंत सिंह का खंडन: वहीं, अनंत सिंह ने आरोपों को नकारते हुए इसे आरजेडी नेता सूरजभान सिंह की साजिश बताया। अनंत सिंह का कहना है कि दुलारचंद के समूह ने ही पहले गाली-गलौज और हमला शुरू किया था।
फिलहाल, दुलारचंद यादव के पोते के बयान पर अनंत सिंह सहित पाँच लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। मोकामा की ‘टाल’ भूमि एक बार फिर बाहुबल, राजनीति और हिंसा के मिश्रण से रक्तरंजित हो चुकी है।











