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बुजुर्ग दंपति ने लगाई सरकार से मदद की गुहार

फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी //पलिया कलां= एक और तो मोदी सरकार के द्वारा गरीब जनता  के हित के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं और उनका एक आदेश भी है कि गरीबों के हित के लिए हर योजना उनके पास हर हालत में  पहुँचायी जाये   परंतु क्या वह योजनाएं गरीबों तक पहुंच पाती है या फिर वह केवल कागजी कार्य वाही में ही निपट जाती है  ! यह गौर करने की बात है ।
हमारे देश की गरीब जनता त्राहि त्राहि कर रही है परंतु हमारे जन प्रतिनिधि हो या फिर समाज सेवी सभी अपनी राजनीतिक मुद्दों में ही लीन हो गये हैं जिसके कारण जनता पर किसी का ध्यान आकर्षित नहीं हो रहा है और आए दिन गरीब जनता या फिर दर दर की ठोकरे खाने पर मजबूर होते हैं  या फिर वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं और इन्ही कारणों   के चलते हमारी लखीमपुर खीरी जिले के पलिया क्षेत्र में एक मामला सामने आया है यहां पर एक  बुजुर्ग दंपति ने हमारे चैनल के द्वारा  सरकार से मदद की गुहार लगाई है आपको बता दें कि उन्हे रहने के लिए घर तो दूर उन्हे खाने के भी लाले  पड़े हुए है या फिर इस तरह कहें कि वह  भूखों मरने की कगार पर पहुंच चुके हैं  और उनकी स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि शायद यह शब्दो से बयान नहीं किया जा सकता।                
आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी जिले के  पलिया क्षेत्र के  मोहल्ला इकराम नगर निवासी  अब्दुल रहमान (60) और उनकी पत्नी मरियम(55) रहते हैं जिनकी एक बेटी नूरजहाँ फातिमा है जिसकी शादी उन्होंने कुछ वर्ष पूर्व  कर दी है। अब्दुल रहमान ठेला लगाकर मटर बेचते हैं और उसी से वह अपना गुजर बसर करते हैं ।इससे पहले वह लखीमपुर जिले में ही रहकर मजदूरी करते थे परंतु बाद में वह पलिया आ कर बस गये थे । परंतु इधर तीन माह  से वह काफी बिमार चल रहे हैं बिमारी के चलते वह अपना ठेला नहीं लगा पा रहें है और अब वह भूखमरी से परेशान हैं ।उनकी पत्नी मरियम ने जानकारी देते हुए बाताया कि  मोहल्ले वासियो के मदद करने से उनका इलाज हो पा रहा था परतु अब उन्होंने भी अपने हाथ पीछे कर लिये ।जिससे  उनकी अब भीख माँगने की नौबत आ चुकी है और उन्होंने अब हमारे चैनल के माध्यम से सरकार से मदद की गुहार लगायी है ।अब देखना यह है कि इस बुजुर्ग दंपति पर सरकार की नजर जायेगी या फिर वह यूँ ही अपने हालातो से जूझते हुए मौत के आगोश में सो जायेगें। और आपको यह भी बता दे कि इन दंपति का घर नाम मात्र का ही है जहाँ आपको एक झोपड़ी के अलावा कुछ नहीं दिखाई देगा और सरकार द्वारा चलायी गयी किसी भी योजना का लाभ इन्हे अभी तक प्राप्त नहीं  हो पाया है ।
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