9 फरवरी 2017 में उसके बैंक खाता में 40862/ चालिस हजार आठ सौ वासठ रुपये थे! 27 जून 2017 को उसने बैंक द्वारा अपने खाते से 25000/ हजार रुपये की रकम निकाली तो उसी दिन कुछ समय बाद उसके खाते से पांच हजार रुपये निकाल लिए गये! खाताधारक लेखराज द्वारा बैंक मैनेजर से शिकायत करने पर मालुम हुआ कि विनोद जन सेवा केन्द्र से (ग्राहक सेवा केन्द्र) से यही पांच हजार रुपये नही बल्कि नौ फरवरी और अब तक के बीच पांच पांच हजार करके दो बार और भी निकासी की गई, जबकि बैंक ग्राहक लेखराज ने कभी भी जनसेवा केन्द्र से अपना पैसा नही निकाला. लेखराज द्वारा जनसेवा केन्द्र स्वामी विनोद से जब इस बाबत पूछतांछ की गई तो उसने सारे पैसे दो रोज में वापस करने की बात की परन्तु एक सप्ताह बाद जनसेवा केन्द्र स्वामी विनोद बैंक ग्राहक लेखराज को धमकी भरे अभद्र शब्दो में बोलने लगा कि कोई पैसा वापस नही करूगा जो करना हो कर ले मेरी ऊपर तक पहुंच है. बैंक ग्राहक लेखराज ने पूरी तौर पर पता लगाया तो मालुम हुआ कि बैंक की मिलीभगत से उसके खाते में किसी अन्य का आधार लिंक किया गया है और वहीं अपना अगूठा लगा कर जनसेवा केन्द्र से मिल कर खाते से पैसे निकाल रहा है.
तारिक़ आज़मी डेस्क: तिहाड़ की सुरक्षा पर एक बार फिर से बड़ा सवाल उठा है।…
शफी उस्मानी डेस्क: राजस्थान के दौसा जिले में रेप के बाद प्रेग्नेंट महिला की हत्या…
अनिल कुमार पटना: बिहार के मोतिहारी में बीती 30 अप्रैल को दायल के तिरहा गांव…
अनुराग पाण्डेय डेस्क: राहुल गांधी के अमेठी की बजाय रायबरेली से लड़ने पर कांग्रेस नेता…
ईदुल अमीन डेस्क: कर्नाटक में महिलाओं के कथित अश्लील वीडियो और उत्पीड़न के मामले में…
आफताब फारुकी डेस्क: कथित भ्रष्टाचार के मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री…