आदिल अहमद
तुर्क राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने कहा है कि उनका देश ईरान, रूस और चीन के साथ राष्ट्रीय मुद्रा में व्यापार करेगा।
शुक्रवार को अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने तुर्की से आयात होने वाले अल्मूनियम और स्पात पर कस्टम ड्यूटी दुगुनी करने का एलान किया। अमरीका ने अपने एक पादरी की तुर्की में गिरफ़्तारी के बाद इस देश पर पाबंदी लगायी है।
घटनाओं का क्रम यह दर्शाता है कि विभिन्न देशों के ख़िलाफ़ अमरीका की ओर से लगने वाली एकपक्षीय पाबंदियों की नतीजे में ये देश एक दूसरे के निकट हो रहे हैं। इस समय इन सभी देशों का संयुक्त दर्द अमरीका द्वारा डॉलर व्यवस्था का दुरुपयोग है। इन देशों को लगता है कि डॉलर पर वित्तीय निर्भरता की वजह से उनकी स्थिति कमज़ोर है। इसलिए वे ऐसे रास्ते की तलाश में हैं जिससे उनके व्यापारिक व आर्थिक लेन-देन पर अमरीका का प्रभाव कम हो जाए। इस परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रीय मुद्रा और संयुक्त मुद्रा का चलन वे उपाय हैं जिनसे अमरीका के विध्वंसक व्यवहार से निपटा जा सकता है।
अंत में यह कि ट्रम्प की विभिन्न देशों के ख़िलाफ़ एकपक्षीय आर्थिक पाबंदियां लगाने की कार्यवाही की वजह से विश्व व्यापार व अर्थव्यवस्था के लिए ख़तरा पैदा हो गया है और चीन व अमरीका के बीच व्यापारिक जंग की सुगबुगाहट सुनने में आ रही है। ऐसे हालात में अमरीकी प्रभाव को कम करने के लिए संयुक्त कार्यवाही वह उपाय है जिससे ट्रम्प की विध्वंसक नीति को नियंत्रित किया जा सकता है।
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