आफ़ताब फारुकी
डेस्क: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2023-24 पेश कर रही हैं। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है। ऐसे में इस बजट भाषण के दौरान 140 करोड़ देशवासियों के लिए बड़ी घोषणाएं हो सकतीं हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार पांचवीं बार बजट पेश करेंगी। पिछले दो वर्षों की तरह इस बार भी वित्त मंत्री पेपरलेस बजट पेश करेंगी। वैश्विक मंदी की आहट के बीच मोदी सरकार के इस बजट पर सबकी निगाहें टिकी हुईं हैं।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह अमृत काल का पहला बजट है। उम्मीद है कि इससे पिछले बजट के दौरान रखी गई नींव को मजबूत करने में मदद मिलेगी। हम ऐसे समग्र और खुशहाल भारत का दृष्टिकोण रखते हैं, जिसमें विकास का फायदा सभी वर्गों तक पहुंचे। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के जीवन की बेहतर गुणवत्ता और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित किया है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है। इन 9 वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ी है।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान शुरू की गई है। सदियों तक शिल्पकारों ने अपने हाथों से चीजें रचकर भारत को प्रसिद्धि दिलाई है। वो जो बनाते हैं, उसमें आत्मनिर्भर भारत की सच्ची आत्मा है। इस नई योजना के जरिए उनकी बनाई चीजों की गुणवत्ता में सुधार आएगा और बाजार तक उनकी पहुंच बढ़ेगी। उन्हें स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी, ब्रांड प्रमोशन हो सकेगा। इससे बड़े पैमाने पर महिलाओं, अन्य पिछड़ा वर्ग को फायदा मिलेगा।हम हरित ईंधन, हरित ऊर्जा, हरित खेती जैसी कई योजनाएं चला रहे हैं। इन हरित प्रयासों से कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिली है और ग्रीन जॉब के मौके बढ़ रहे हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर के विकास पर जोर रहेगा। नीतियों में वंचितों को वरीयता दी जाएगी। बताते चले कि केंद्रीय वित्त मंत्री के भाषण के दौरान भारत जोड़ो के नारे भी लगे। हालांकि, वित्त मंत्री ने इस दौरान अपना भाषण जारी रखा। उन्होंने कहा कि हमारा आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाने, विकास और रोजगार सृजन को तेज़ गति प्रदान करने और व्यापक आर्थिक स्थिरता को मज़बूत करने पर केंद्रित है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देते हुए कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस बजट की 7 प्राथमिकताएं समावेशी विकास, अंतिम छोर तक पहुंचना, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरी वृद्धि, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र हैं। सीतारमण ने कहा कि एक लाख प्राचीन पुरालेखों का डिजिटलीकरण किया जाएगा। निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले तीन वर्षों में, सरकार आदिवासी छात्रों को समर्थन देने वाले 740 एकलव्य मॉडल स्कूलों के लिए 38,800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों को नियुक्त करेगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2014 से स्थापित मौजूदा 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ सहस्थान में 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विशेष रूप से जनजातीय समूहों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए PMPBTG विकास मिशन शुरू किया जाएगा, ताकि PBTG बस्तियों को मूलभूत सुविधाएं दी जा सके। अगले 3 साल में योजना को लागू करने के लिए 15,000 करोड़ उपलब्ध कराए जाएंगे।
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