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दिल्ली के MCD स्टैंडिंग कमेटी चुनाव में “आप” और भाजपा पार्षदों के बीच जमकर ढिशुम-ढिशुम, महिला पार्षदों ने भी दिखाए “कुवत” के हाथ जमकर खीचे एक दुसरे के बाल, आखिर चुनाव हुआ रद्द, देखे वीडियो और फोटो

तारिक आज़मी/ शाहीन बनारसी

दिल्ली में एमसीडी के सदन में आज शुक्रवार सुबह से एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच टकराव जारी था, जो शाम होते-होते मारपीट में बदल गया। मारपीट तो ऊ गजब की हुई कि लातन मुक्का तो चला ही चला साथ में महिला पार्षद भी एक दुसरे का बाल पकड के शक्ति प्रदर्शन करने लगी। सब मिला कर मारपीट इतनी ज़बरदस्त हुई कि चुनाव ही कैसिल हो गया और अब चुनाव 27 फरवरी को होगा।

असल में हुआ कुछ ऐसा कि स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव के वोटों की गिनती चल रही थी, तभी बीजेपी और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बीच पहले गरमा गरम बहस और ले तेरी शुरू हुई। देखते देखते ये लेतेरी दे तेरी हाथापाई में तब्दील हो गई और फिर एक दुसरे के ऊपर दोनों दल टूट पड़े। कुर्सी से लेकर मेज तक पर चढ़कर बनारसी भाषा में हुरा-फैटिंग हुई। कोई कुछ आगे पीछे नही देख रहा था बस एक टारगेट की पीटो और पार्षद एक दूसरे को पीट रहे थे। टेबल पर चढ़कर जमकर मारपीट तो कही कुर्सी पर चढ़कर ढिशुम ढिशुम। इस दौरान माइक तोड़े गए, बाल खींचे गए, थप्पड़ मारे गए।

मारपीट ऐसी ज़बरदस्त हुई कि तिलक नगर के एक पार्षद की तो इस हंगामे में तबीयत खराब हो गई। महिला पार्षद भी किसी से कम नही के तर्ज पर एक-दूसरे के बाल खींचते दिखी। पुलिस को सदन में आना पड़ा और पार्षदों को रोकने की कोशिश की। थोडा बहुत धक्कम धुक्का पुलिस को भी रोकने में खाना पड़ा। बड़ी मुश्किल के बाद तो ये मैदान-ए-जंग ख़त्म हुआ और फिर चुनाव निरस्त करने की घोषणा हो गई। अब चुनाव दुबारा होगा और दुबारा से वोट पड़ेगे। तब स्टैंडिंग कमेटी बनेगी। वैसे पूरा हंगामा सिर्फ एक वोट को लेकर था। मगर ये वोट सबके लिए बड़ा महत्वपूर्ण था।

भाजपा के लिए यह एक अहम वोट है, जो उम्मीदवार के भाग्य का फैसला कर सकता है। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के मेयर पर जानबूझ कर वोट अवैध घोषित करने का आरोप लगाया है। भाजपा पार्षदों का कहना था कि मेयर जानबूझ कर ऐसा कर रहे हैं। निगम सचिव कह रहे हैं कि यह वो अवैध नहीं है लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। यह वोट उनके उम्मीदवार को जीतने में मदद करेगा और हमारा हार जाएगा। यह लड़ाई का मूल कारण है। भाजपा का दावा है कि वह तीन सीट जीत गई है और ये एक वोट उनको जीत दिलवा देता।

वही आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी मार्लेना भाजपा के तीन सीटें जीतने के दावे पर कहा, “एमसीडी के किसी भी चुनाव में आखिरी फैसला पीठासीन अधिकारी का होता है। एक वोट के वैध या अवैध होने पर विवाद हुआ। इस वोट को मेयर ने अवैध घोषित कर दिया। लेकिन भाजपा दोबारा गिनती के लिए भी तैयार नहीं हुई। मेयर ने खुद दोबारा से गिनती को सुझाव दिया था। जब दोबारा गिनीती के लिए तैयार नहीं हुए तो मेयर ने दोबारा से गणना का फैसला किया। चुनाव आयोग की टीम दोबारा से गणना कर रही थी। इस दौरान जब भाजपा को पता चला कि वे हार रहे हैं तो उन्होंने सदन में हंगामा कर दिया।”

बहरहाल, इतने मारपीट के बीच एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव अब रद्द कर दिया गया है। शैली ओबेरॉय ने कहा कि भाजपा पार्षदों ने सारे बैलट पेपर फाड़ दिया, इसलिए दोबारा चुनाव 27 फरवरी को कराये जाएंगे। साथ ही मेयर ने कहा कि भाजपा की शर्तों को मानकर हमने चुनाव शुरू किया, लेकिन हारते देख भाजपा ने हंगामा कर दिया। भाजपा के पार्षद रवि नेगी, चंदन चौधरी और मारवाह ने मेरी कुर्सी खींची, मुझ पर हमला कर दिया।  वहीं, बीजेपी ने मेयर के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने का फैसला किया है। भाजपा का कहना है कि चुनाव आयोग की कमेटी ने जब चुनाव की रिपोर्ट मेयर को दे दी तो मेयर को चुनाव स्थगित करने का अधिकार नहीं है।

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