आदिल अहमद
कानपुर: महज़ चंद दिनों का है युनुस। मगर मुज़ी मर्ज़ ब्रोंकोपोन्यूमोनिया और एन्सेफैलोपैथी मेनिन्जाइटिस का शिकार हो गया। इस मुज़ी मर्ज़ की वजह से युनुस की हयात खतरे में पड़ी हुई थी और कई अन्य डाक्टरों ने उसको जवाब दे दिया था। दिल की धड़कन भी इतनी कमज़ोर हो चुकी थी कि उसकी हाल बुरी थी।
आखिर 7 दिनों की अथक मेहनत के बाद युनुस को होश में आया और रोना शुरू किया तो परिजनों और चिकित्सक सभी के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे। 9 दिनों तक लगातार मेहनत और मशक्कत के बाद युनुस पूरी तरह तंदुरुस्त होकर अपने माँ की गोद में खेलता हुआ अस्पताल से आज छुट्टी पा गया। इस मौके पर युनुस के माँ-बाप और उसके अन्य परिजनों ने डाक्टर विवेक महेश्वरी का कोटि कोटि धन्यवाद् कहा।
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