आदिल अहमद
इराक़ी मोबिलाइज़ेशन फ़ोर्सेस (हशदुश्शाबी) के एक वरिष्ठ कमांडर क़ैस अल खज़-अली ने अमरीकी हमले में मरे अपने डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अल-मोहंदिस की हत्या का अलग से बदला लेने की क़सम खाते हुए कहा, हमारा जवाबी हमला आकार में ईरानी हमले से कम नहीं होगा।
3 जनवरी को बग़दाद में अमरीकी ड्रोन हमले में आईआरजीसी की क़ुद्स फ़ोर्स के कमांडर जनरल क़ासिम सुलेमानी, इराक़ की अल-हशदुश्शाबी फ़ोर्स के डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अल-मोहंदिस और उनके कई साथियों की मौत के बाद, ईरान ने अमरीका के ख़िलाफ़ जवाबी कार्यवाही का एलान किया था, जिसके बाद 8 जनवरी की आधी रात को ईरान ने इराक़ स्थित अमरीका के दो सैन्य ठिकानों पर क़रीब दो दर्जन मिसाइल फ़ायर किए हैं।
हशदुश्शाबी के कमांडर क़ैस ख़ज़-अली ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहाः ईरान ने जनरल सुलेमानी की हत्या के इंतक़ाम के लिए पहला क़दम उठा लिया है। अब शहीद अल-मोहंदिस के ख़ून का बदला लेने का वक़्त है। उन्होंने कहाः क्योंकि इराक़ी बहादुर और योद्धा होते हैं, उनकी प्रतिक्रिया ईरानी प्रतिक्रिया से कम नहीं होगी, और यह एक वचन है।
इससे पहले हशदुश्शाबी के उप महासचिव सैय्यद मेहदी तबातबाई ने अल-अहद न्यूज़ वेबसाइट से बात करते हुए कहा था कि ईरानी और इराक़ी जनरल सुलेमानी और अबू अल-मोहंदिस की हत्या को नहीं भूलेंगे और उनकी शहादत ने दोनों राष्ट्रों पहले से भी अधिक एकजुट कर दिया है। उन्होंने कहाः अमरीकी सैनिकों का इराक़ से बाहर निकलना काफ़ी नहीं है, बल्कि बग़दाद में अमरीका का दूतावास बंद होना चाहिए और अमरीकी उत्पादों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगना चाहिए।
तारिक़ आज़मी डेस्क: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक साक्षात्कार अचानक सुर्खियों में…
तारिक़ खान डेस्क: एक शक इंसान की ज़िन्दगी ही नहीं बल्कि पुरे परिवार को बर्बाद…
शहनवाज़ अहमद डेस्क: गाजीपुर में चुनावी बिगुल फुक चूका है। अंसारी परिवार का गढ़ माने…
मो0 कुमेल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी के 'बुलडोज़र' वाले बयान पर…
ईदुल अमीन डेस्क: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा…
आफताब फारुकी डेस्क: दिल्ली के शास्त्री पार्क में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए…