इन्सान को बेदार तो हो लेने दो,हर कौम पुकारेगी हमारे हैं हुसैन
जिसमें हर धर्म के लोग हिस्सा लेते हैं। इमाम हुसैन अoसo ने अपने नाना रसूले खुदा से जो कुछ सीखा वही पैगाम दुनिया को दिया। उनके विचार यही थे कि परेशानी भी आये तो भी कभी सब्र का दामन ना छोड़े,बल्कि सीरते नबी रसूले खुदा पे कायम रहे। उनके बताये रास्ते पर चलकर ही इन्सान सच्चा मुसलमान बन सकता है। इमाम हुसैन अoसo ने जब यजीद की बैअत का इन्कार करके उसके इरादों पर ठोकर मार दी। इमाम हुसैन अoसo ने अगर इन्कारे बैअत ना की होती तो आज दुनियाँ में इस्लाम बाकी ना होता,और सुन्नते रसूल का नाम लेने वाला कोई न होता। यह तो एहसाने इमामे हुसैन इब्ने अली शेरे खुदा है की सर दे दिया और दीन बचा लिया। ऐसे हुसैन पर मलायका भी दरूदो सलाम भेजते हैं। खाने पीने का समान बाँटना और खिलाना और इस प्रकार से मदद करना ये इमाम हुसैन अoसo ने अपने भाई इमाम हसन अoसo अपने वालिद मौला अली शेरे खुदा अपने दादा जनाबे अबु तालिब सoअo और अपने नाना रसूले खुदा मोहम्मद मुसतफा सoअo से सीखा है। शाबान का महीना बहुत मुबारक महीना है 3 शाबान इमाम हुसैन अoसo और 4 शाबान को उनके भाई मौला गाजी अब्बास का जन्मदिन है।